कोरोना की लेकर सामने आई सच्चाई, हर 1 दिन है बहुत ही मुश्किल
दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है इसी बीक अमेरिका में हुए एक शुरुआती रिसर्च में कहा गया है कि नोवल कोरोना वायरस में एक खास बदलाव- D614G ज्यादा हावी हो रहा है, जिसकी वजह से कोविड 19 बीमारी अधिक संक्रामक हो सकती है। हालांकि यह रिसर्च न तो अभी औपचारिक रूप से प्रकाशित हुई और न ही अभी दूसरे वैज्ञानिकों ने इसकी समीक्षा की है।
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वही यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन में हुए एक अन्य अध्ययन ने कोरोना वायरस में हो रहे 198 बदलावों की पहचान की है। इस शोध में शामिल प्रोफेसर फ्रांस्वा बैलू ने कहा, "वायरस में बदलाव आना अपने आप में एक बुरी बात नहीं है। लेकिन अभी हमारे पास ऐसा कोई प्रमाण भी नहीं है जिससे यह साबित हो कि कोरोना वायरस सामान्य से तेज या धीमी गति से बदल रहा है।
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वहीं ग्लास्गो यूनिवर्सिटी के कुछ शोधकर्ताओं ने भी कोरोना वायरस के बदलावों का विश्लेषण किया है। इस टीम का कहना है कि ये बदलाव चिंता का विषय नहीं है। उन्होंने निष्कर्ष निकाला है कि असल में कोरोना वायरस में बदलाव नहीं हुआ है और अभी एक ही तरह के वायरस से कोविड-19 बीमारी फैल रही है।