Internet Stop- हरियाणा के कुछ जिलो में नेट बंद, Delhi- NCR के इन क्षेत्रों पर पड़ सकता हैं असर
आज के डिजिटल युग में, इंटरनेट शहरी केंद्रों से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक फैले लोगों के जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। दैनिक कार्यों के लिए इंटरनेट पर निर्भरता इतनी गहरी है कि एक संक्षिप्त व्यवधान भी महत्वपूर्ण असुविधा का कारण बन सकता है। हाल ही में, हरियाणा के निवासी ऐसी चुनौतियों से जूझ रहे हैं, क्योंकि सरकार ने किसान विरोध प्रदर्शन के बीच इंटरनेट शटडाउन लागू कर दिया है।
शटडाउन की पृष्ठभूमि:
भारत में मुख्य रूप से किसानों के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन की मौजूदा लहर ने विभिन्न राज्यों को हिलाकर रख दिया है, जिसमें हरियाणा भी अपवाद नहीं है। 13 फरवरी को किसानों के दिल्ली में जुटने के आह्वान के जवाब में, हरियाणा सरकार ने एहतियाती कदम उठाते हुए कई जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को निलंबित करने की घोषणा की।
प्रभावित जिले और अवधि:
11 फरवरी से 13 फरवरी तक प्रभावी इंटरनेट निलंबन में अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा सहित प्रमुख जिले शामिल हैं। इस अवधि के दौरान, 11 फरवरी को सुबह 6 बजे से 13 फरवरी को दोपहर 2:59 बजे तक इंटरनेट सेवाएं बंद रहेंगी।
कारण और सरकारी प्रतिक्रिया:
इंटरनेट पहुंच को प्रतिबंधित करने का हरियाणा सरकार का निर्णय गलत सूचना के प्रसार और फर्जी खबरों के प्रसार के बारे में चिंताओं से उपजा है, खासकर व्हाट्सएप, फेसबुक और ट्विटर जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से। इस प्रतिबंध को लगाकर, अधिकारियों का लक्ष्य अशांति की संभावना को कम करना और चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखना है।
शटडाउन के बीच अनुमत सेवाएँ:
इंटरनेट ब्लैकआउट के बावजूद, कुछ आवश्यक सेवाएं जैसे व्यक्तिगत एसएमएस, मोबाइल रिचार्ज, बैंकिंग एसएमएस, वॉयस कॉल और कॉर्पोरेट और घरेलू ब्रॉडबैंड सुविधाएं चालू रहेंगी। हालाँकि, शटडाउन अवधि के दौरान लीज लाइनों के माध्यम से इंटरनेट सेवाओं तक पहुंच भी बनाए रखी जाएगी।
हरियाणा से परे प्रभाव:
किसानों के विरोध प्रदर्शन का प्रभाव हरियाणा की सीमाओं से परे, विशेष रूप से दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) पर पड़ रहा है। जैसे ही किसान दिल्ली के बाहरी इलाके में एकत्र हुए, स्थिति भारी यातायात जाम हो गई और विभिन्न क्षेत्रों में धारा 144 लागू करने सहित सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए गए। अगर विरोध जारी रहा तो इंटरनेट प्रतिबंध से दिल्ली एनसीआर पर असर पड़ने की आशंका है।