Amazon का Kindle: हैकर्स कर सकते हैं Amazon Kindles का डेटा चोरी! देखिए कंपनी क्या कहती है?
साबर सुरक्षा विशेषज्ञों ने लोकप्रिय ई-रीडिंग डिवाइस Amazon Kindle में सुरक्षा खामियों का पता लगाया है। उसके बाद किंडल डिवाइस का कंट्रोल पूरी तरह आपके हाथ में होता है। चेक प्वाइंट (सीपीआर) टीम के मुताबिक, इससे हैकर्स को पाठकों को ई-बुक्स के संपर्क में आने से रोकने में मदद मिलेगी। अमेज़ॅन ने अपने निष्कर्षों में खुलासा किया कि कंपनी ने इस साल अप्रैल में किंडल के फर्मवेयर अपडेट में एक फिक्स तैनात किया था। जोड़ा गया फर्मवेयर इंटरनेट से संबंधित उपकरणों पर स्वचालित रूप से काम करता है।
चेकपॉइंट सॉफ्टवेयर में साइबर सुरक्षा अनुसंधान के प्रमुख यानिव बालमास ने कहा कि किंडल उपयोगकर्ताओं को ई-बुक्स की धमकी देने वाला एक अज्ञात व्यक्ति अमेज़ॅन अकाउंट क्रेडेंशियल्स से लेकर बिलिंग तक डिवाइस पर संग्रहीत किसी भी जानकारी को चुरा सकता है। इस बीच, शोध से पता चला है कि इलेक्ट्रॉनिक उपकरण कंप्यूटर के समान हैं।
साथ ही यह IoT डिवाइस कंप्यूटर की तरह ही हमले के लिए असुरक्षित है।
टीम ने यह भी कहा कि किंडल के खिलाफ एक ई-बुक को मैलवेयर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता था। जिससे कई तरह के साइड इफेक्ट हो सकते थे। उदाहरण के लिए, एक हमलावर (साइबर) किसी उपयोगकर्ता की ई-बुक को हटा सकता है या उसमें कुछ बदलाव कर सकता है और उसे खराब बॉट में बदल सकता है। ताकि यह यूजर्स के लोकल नेटवर्क में मौजूद दूसरे डिवाइस पर अटैक कर सके।