जब 5G रेडिएशन को लेकर वैष्णव से प्रश्न किया गया था कि इंसानों पर 5G रेडिएशन का क्या प्रभाव पड़ने वाला हैहै, इस प्रश्न का उत्तर देते हुए वैष्णव ने कहा कि 5जी रेडिएशन जितना विकिरण देने वाला है, वह विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा निर्धारित किए गए विकिरण मानदंडों से 10 गुना कम है और इस बात को लेकर परेशान ना होने का आश्वासन दिया।

इस साल 15 अगस्त 2022 को भारत का 75वें स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था जिस पर प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन के दौरान इस बात की जानकारी दी थी कि भारत में जल्द ही 5G सेवाएं शुरू होने वाली हैं,प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस संबोधन में 5G टेक्नोलॉजी से संबंधित डेवलपमेंट को लेकर काफी बात की जिसमें गावों तक नेटवर्क पहुंचाने तक का भी जिक्र शामिल था।

वैष्णव ने दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को स्पेक्ट्रम एलोटेड लेटर जारी किया था. इसके बाद वैष्णव ने उनको 5G नेटवर्क लॉन्च के लिए तैयार रहने को कहा था. वैष्णव ने पहले ये दावा किया था कि यूजर्स कुछ देश के हिस्सों में साल 2022 अक्टूबर में 5G सर्विसेज का इस्तेमाल कर सकेंगे।

इसलिए अब भारत में जल्द ही हाई-स्पीड 5G सर्विस के रोल आउट का इंतजार अब खत्म होने वाला है,आईटी मिनिस्टर अश्विनी वैष्णव द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार 5जी सर्विसेज की शुरुआत ओडिशा को मिलाकर देश के कई हिस्सों से होगी,ओडिशा इसके प्रथम चरण में रहेगा।

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