सूर्यकुमार की सलाह से मुंबई के हार्दिक ने मचाया धमाल, 6 पारियों में लगाए दो शतक !
रणजी ट्रॉफी का दूसरा सेमीफाइनल मुंबई और उत्तर प्रदेश के बीच खेला जा रहा है जहां मुंबई फिलहाल अच्छी स्थिति में. मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 393 रन बनाए यशस्वी जायसवाल और विकेटकीपर बल्लेबाज हार्दिक तामोरे का अहम रोल रहा है. उन्होंने 115 रन बनाए. यह छह पारियों में उनका दूसरा शतक है. यह उनका फर्स्ट क्लास की छह पारियों में दूसरा शतक है। 11 चौके और एक छक्का लगाया। तामोरे को आदित्य तारे के चोटिल होने के बाद विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी दी गई थी।
पिछले कुछ सालों से हार्दिक तामोरे अपनी शानदार बल्लेबाजी के दम पर मुंबई की घरेलू टीम का नियमित हिस्सा हैं. तामोरे महाराष्ट्र के उसी जिले के रहने वाले हैं जहां से टीम इंडिया के स्टार गेंदबाज शार्दुल ठाकुर ताल्लुक रखते हैं. पूरे जिले की तरह वह भी शार्दुल को अपना आदर्श मानते हैं. क्रिकेट खेलने के लिए वह अपने गांव बोयसर से हर रोज 147 किमी का सफर करके मुंबई के ओवल मैदान पर अभ्यास के लिए पहुंचते थे. और फिर साढ़े नौ बजे तक की ट्रेनिंग के बाद वापस अपने घर जाते।
कुछ साल पहले उनके पिता मुंबई आकर बस गए जिसने तामोरे की बड़ी मदद की. 24 साल के तमोरे ने साल 2020 में मुंबई के लिए घरेलू क्रिकेट में डेब्यू किया. अब तक केवल चार ही फर्स्ट क्लास मैच खेले हैं जिसमें वह 199 रन बना चुके हैं. उनके नाम एक शतक और एक अर्धशतक है।
साल 2020 में ही मध्यप्रदेश के खिलाफ रणजी ट्रॉफी फाइनल में उन्होंने अपना शतक लगाया. 132 गेंदों में उन्होंने 113 रन बनाए. उन्होंने हाल ही में अंडर 25 सीके नायडु ट्रॉफी में मुंबई को जीत दिलाई. बुधवार को एक बार फिर अपनी शतकीय पारी से उन्होंने अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।
उनके पास अपने खेल को देने के लिए ज्यादा समय था. इसी कारण साल 2020 में उन्होंने तमिलनाडु के खिलाफ अपना फर्स्ट क्लास डेब्यू किया जाए. यहां एक पारी में वह 21 रन बनाकर आउट हो गए. कुछ समय बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. तब सूर्य़कुमार यादव और सरफराज खान ने उन्हें जोखिम भरे शॉट न खेलकर शतक लगाने की सलाह दी।