विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए क्रिकेट का नया दशक अच्छा नहीं रहा है. पिछले दशक में रनों का पहाड़ खड़ा करने वाले मौजूदा पीढ़ी के महानतम बल्लेबाजों में से एक विराट कोहली इस बार रनों के लिए संघर्ष कर रहे हैं. वह अपने पुराने रंग में नहीं दिखते. विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने 2008 में अंडर-19 विश्व कप जीता था और उसमें कोहली के प्रमुख गेंदबाज थे बाएं हाथ के दिल्ली के ही पेसर सांगवान. दोनों ने अंडर-19 में अच्छा वक्त गुजारा और साथ ही दिल्ली के लिए साथ में काफी क्रिकेट खेला. जाहिर तौर पर दोनों एक-दूसरे को अच्छी तरह से जानते हैं. ऐसे में अगर सांगवान से कोहली के करियर के शुरुआती दिनों के बारे में कुछ पूछना चाहें, तो जाहिर तौर पर कुछ मजेदार किस्से निकलेंगे. ऐसे ही एक किस्से के बारे में उन्होंने हाल में बताया।

जाहिर तौर पर वह अपनी इस स्थिति को लेकर चिंतित होते होंगे, लेकिन शायद उतना नहीं, जितना वह करीब 15-16 साल पहले होते थे. इतने परेशान कि खूब रोने लगें. एक युवा क्रिकेटर के तौर पर अपने पैर जमाने की कोशिश में विराट कोहली भी उन सभी खिलाड़ियों की तरह रहे होंगे, जिनके लिए छोटी-छोटी नाकामी भी भावनाओं को झकझोरने वाली होती थी. उनके ऐसे ही एक किस्से के बारे में हाल ही में दिल्ली (Delhi Cricket Team) के ही अनुभवी तेज गेंदबाज और कोहली के शुरुआती दिनों के साथी प्रदीप सांगवान (Pradeep Sangwan) ने बताया है।

* फूट-फूटकर रोने लगे थे विराट कोहली :

सांगवान ने आगे बताया कि कैसे कोहली बहुत परेशान हो गए थे. उन्होंने आगे कहा, जब कोच ने 12-13 खिलाड़ियों के नाम लिए, तो उसमें विराट का नाम नहीं था. वह काफी नाराज था और कमरे में जाकर रोने लग गया. उसने अपने कोच राजकुमार शर्मा को भी फोन किया और कहा कि मैंने सीजन में 200-250 की पारियां खेली हैं और सिर्फ 2 मैचों के बाद हटा रहे हैं. फिर विराट जब सो नहीं रहे थे, तो मैंने कहा कि सोजा. विराट ने कहा कि मैं कल खेल नहीं रहा था, तो जल्दी क्यों सोना. फिर मैंने उसे अलग से बताया कि तू कल खेल रहा है और ये सिर्फ मजाक चल रहा था।

* कोच और साथियों ने बनाया था प्लान :

हाल ही में आईपीएल 2022 का खिताब जीतने वाली गुजरात टाइटंस की ओर से आईपीएल में वापसी करने वाले सांगवान ने एक इंंटरव्यू में कोहली के व्यक्तित्व के जज्बाती हिस्से का खुलासा किया. सांगवान ने शुरुआती दिनों के एक किस्से का जिक्र करते हुए बताया, विराट कोहली के जब रन नहीं बनते कुछ मैचों में तो वह काफी परेशान हो जाते हैं. हमारे अंडर-17 के दिनों में एक-दो मैचों में उनके रन नहीं बन रहे थे, तो हमारे एक कोच अजीत सिंह ने कहा कि ‘चीकू’ (विराट का नाम) की टांग खींचते हैं. उन्होंने हमसे कहा कि कल के मैच के लिए टीम में विराट का नाम नहीं रखेंगे और तुम सब भी ऐसा ही बोलना।

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