Year Ender 2020: कोरोना वायरस महामारी के दौर से गुजरे वर्ष 2020 का अब समापन होने वाला है। लेकिन, यह एक ऐसा वर्ष है जो हमेशा ही पूरी दुनिया को याद रहने वाला है। इस वर्ष की कई ऐसी यादें हैं, जो आसानी से भुलाई नहीं जा सकेंगी। ल

इस महामारी ने देश भर में एजुकेशन सिस्टम, परीक्षाओं और नौकरियों पर बुरा असर डाला है। वहीं, छात्रों की पढ़ाई के लिए ऑनलाइन एजुकेशन शुरू किया गया। स्कूल स्तर से लेकर कॉलेज तक के स्टूडेंट्स के लिए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू की गईं। इतना ही नहीं, परीक्षाओं का भी आयोजन ऑनलाइन किया जाने लगा।

सभी स्कूल और कॉलेजों ने स्टूडेंट्स को ऑनलाइन एजुकेशन देना शुरू किया। लेकिन, शहरों से दूर गांवों व वंचित तबकों के छात्रों के पास स्मार्टफोन न होने व खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी की वजह से काफी उन्हें काफी हानि हुई। इस समस्या के मद्देनजर कई राज्य सरकारों ने दूरदर्शन, रेडियो के माध्यम से भी एजुकेशन देने का प्रयास किया। स्टूडेंट्स के लिए यूट्यूब पर भी वीडियो अपलोड करके उन्हें पढ़ाया गया और अभी तक ये कोशिश जारी है।

महामारी के काल में जब सभी शिक्षण संस्थान बंद हो गए तो इस स्थिति में परीक्षाओं का आयोजन करना एक बड़ी चुनौती बन गई।

कोरोना वायरस महामारी ने नौकरीपेशा लोगों को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। कोरोना के कारण दुनियाभर के करोड़ों लोगों को अपनी नौकरी गंवानी पड़ी। सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकनॉमी (CMIE) के अनुसार, जुलाई माह में देश में लगभग 50 लाख लोगों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा, जिसके कारण नौकरी गंवाने वालों की संख्या 1.89 करोड़ तक पहुंच गई थी।

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