निर्भया गैंगरेप के चार दोषियों अक्षय ठाकुर, पवन गुप्ता, विनय शर्मा और मुकेश सिंह को 20 मार्च को सुबह 5.30 बजे फांसी दी जानी है। हालांकि सजा में बहुत कम समय बचने के बावजूद वे लगातार कोई न कोई पैंतरा अपनाकर इसे टालने या बचने की कोशिश में लगे हुए हैं। अब चार में से तीन दोषियों अक्षय, पवन और विनय ने इंटरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस का रुख किया है, उन्होंने फांसी की सजा पर रोक लगाने की मांग की है।

अब दोषियों के इस नए चल को देखते हुए, हर किसी को यकीं हो गया है कि इस बार भी वो बचना चाहते है, लेकिन कुछ विदेशी एनजीओ मामला लेकर गए हैं। माना जा रहा है कि इन बातों का फांसी पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

वही निर्भया की मां आशा देवी का कहना है कि अदालतों को पता है कि फांसी को कैसे बार-बार आगे खिसकाया गया। यह चौथा डेथ वारंट है। अब दरिंदों की कोई रेमेडी बाकी नहीं है तो मुझे पूरा भरोसा है कि इस बार उन्हें फांसी जरूर होगी और निर्भया को इंसाफ मिलेगा।

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