इंटरनेट डेस्क। बिहार के दंरभगा जिले में पड़ने वाला गांव बाउर बाढ़ आते ही चारो तरफ से पानी से घिर जाता है। इस गांव के अधिकांश मकान आज भी कच्चे हैं। इतना ही नहीं इस गांव में लड़कियों के शिक्षा का स्तर बहुत ही नाजुक है। इस छोटे से गांव की लड़की भावना कंठ ने बेगुसराय के बरौनी रिफ़ाइनरी के डीएवी स्कूल से प्रारम्भिक शिक्षा पूरी की। इसके बेंगलुरू के बीएमएस कॉलेज से इलेक्ट्रॉनिक्स में बीटेक किया।

साल 2014 में भावना ने बतौर शार्ट सर्विस कमीशन इंडियन एयरफोर्स ज्वाइन किया। इस दौरान इन्हें पहली बार फाइटर प्लेन पायलट्स के लिए चयनित किया गया। भारतीय वायु सेना में शामिल देश की कुल 120 महिला पायलटस कैडेट्स में केवल 3 महिलाओं को लड़ाकू पायलट के लिए चयनित किया गया।

इनमें अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह के साथ भावना कंठ का नाम भी शामिल है। हैदराबाद एयरफोर्स एकेडमी से ट्रेनिंग पूरी कर 16 मार्च 2018 को 1300 किमी प्रति घंटा की रफ़्तार वाले लड़ाकू विमान मिग उड़ाकर भावना ने भारतीय सेना के इतिहास में अपना नाम दर्ज करा दिया। बता दें कि भारतीय वायु सेना में शामिल किसी महिला ने पहली बार लड़ाकू विमान उड़ाया था।

पेंटिंग और फ़िल्में देखने की शौकीन भावना कांठ की महिला साथी अवनि चतुर्वेदी और मोहना सिंह ने भी पहली बार लड़ाकू विमान उड़ाकर यह साबित कर दिया कि वे भी किसी पुरूष से कम नहीं है। गौरतलब है कि इंडियन एयरफोर्स में शामिल कई महिलाएं हेलीकॉप्टर और ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट का संचालन कर रही हैं। लेकिन ये तीन लड़कियां भावना, अवनि और मोहना सिंह भारतीय वायु सेना की लड़ाकू पायलट हैं।

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