कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवम् पूर्व राज्यपाल और दो राज्यों के एक मात्र पूर्व मुख्यमंत्री रह चुके नारायण दत्त तिवारी की DNA रिपोर्ट को कभी सार्वजनिक किया गया था | इसे करने वाला और कोई नही बल्कि खुद के ही बेटे रोहित तिवारी थे| रोहित और उसकी मां उज्ज्वला तिवारी ने 2008 में अदालत में नारायण तिवारी के खिलाफ पितृत्व का केस दर्ज कराया था| इसी बात के चलते एनडी तिवारी को अपना खून सैंपल देना पड़ा था।

1954 में, नारायण तिवारी ने सुशीला से विवाह किया, और 1991 में उनकी पत्नि सुशीला की मृत्यु हो गई थी| लम्बे समय के बाद 88 की उम्र में इन्होने उज्ज्ववाला तिवारी से विवाह किया, रोहित इनके जैविक पुत्र थे|

बस इसी बात को सिद्ध करने के लिए एक बेटे को खून के सैंपल के साथ कोर्ट का दरवाजा खटखटाना पड़ा| आपको बता दे कि रोहित तिवारी का आज ही हार्ट अटैक से निधन हो गया है| हॉस्पिटल ने उन्हें मृत करार दिया, कहा घर पर ही तिवारी जी प्राण त्याग चुके थे।

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