कोरोना केस के लगातार बढ़ते जा रहे हैं इससे पूरी दुनिया में दहशत फैली हुई है भारत में भी कोरोना कैसेज की लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है इसी बीच केंद्र सरकार ने कहा है कि कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले लोगों को कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है जब तक कि जोखिम वाले व्यक्ति के तौर पर उनकी पहचान ना हो।

ज्यादा जोखिम का मतलब उन लोगो से ज्यादा उम्र या बीमारी की शिकार लोगों से है इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च एडवाइजरी में कहा गया है आईसीएमआर ने टेस्टिंग की लिस्ट को लेकर एडवाइजरी जारी की है इसमें कहा गया है कि लक्षण वाले मरीजों की जल्दी से जल्दी पहचानो और उन्हें सही समय पर आइसोलेशन के साथ उचित इलाज दिया जाए बुजुर्गों बीमारियों के शिकार लोगों में संक्रमण की पहचान में तेजी लाए खासकर हाइपरटेंशन फेफड़े और किडनी से जुड़ी बीमारियों मोटापा आदि।

उन्होंने कहा है कि जब तक ज्यादा जरूरी ना हो या उनमें कोई लक्षण ना दिखे जो लोग हॉस्पिटल में भर्ती है उनका एक हफ्ते के बाद से ज्यादा कोरोना टेस्ट ना कराएं कोरोना संक्रमित की पुष्टि वाले मरीजों के संक्रमण में आने वाले लोगों को कोविड टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है सामुदायिक स्थानों पर बिना लक्षण वाले लोगों को भी कोरोना टेस्ट कराने की जरूरत नहीं है एक से दूसरे राज्य में यात्रा करने वाले लोगों के लिए भी जांच कराने की जरूरत नहीं है।

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