प्रेम से बड़ा कोई मजहब नहीं और ना ही सरहदें हैं। ना जानें कितने प्रेमी जोड़े अपने प्यार के लिए घर परिवार से अलग हुए, जिंदगी की बलि चढ़ा दी लेकिन अपने प्यार की कुर्बानी नहीं चढ़ने दी। जी हां, हम बात कर रहे हैं पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की इकलौती बेटी दीना की, जिसने अपने प्यार के खातिर अपने पिता से ही बगावत कर दी। दीना जिन्ना को अपनी राजनीतिक विरासत और साहसिक फैसलों से ज्यादा पिता से टकराव के लिए ज्यादा याद किया जाता है।

स्टैनली वॉलपर्ट की पुस्तक जिन्ना ऑफ पाकिस्तान के मुताबिक, मोहम्मद अली जिन्ना की दूसरी औलाद 28 साल बाद हुई थी। जब जिन्ना और उनकी पत्नी सिनेमा हाल में बैठकर एक फिल्म देख रहे थे, तभी दीना का जन्म हुआ। चूंकि दीना की मां ने पारसी धर्म छोड़कर इस्लाम कबूल किया था। लेकिन दीना की परवरिश एक मुस्लिम की तरह ही हुई। बता दें कि मोहम्मद अली जिन्ना अपनी बेटी दीना से बहुत प्यार करते थे, लेकिन राजनीतिक व्यस्तता की वजह से बाप-बेटी में दूरियां बनती चली गईं।

दीना की शिक्षा दीक्षा मुंबई और लंदन में हुई थी। पत्नी की मौत के बाद जिन्ना अपनी बेटी के करीब हो गए और उसका खास ख्याल रखने लगे। सबकुछ ठीक चल रहा था, इसी बीच दीना ने अपने पिता से एक गैर मुस्लिम से शादी करने की बात कही। दरअसल दीना नेविले वाडिया से शादी करना चाहती थीं। नेविले वाडिया एक पारसी युवक थे। पारसी होने की वजह से जिन्ना ने अपनी बेटी के इस​ रिश्ते को ठुकरा दिया। दीना ने अपने पिता से कहा कि आपकी पत्नी भी एक पारसी थी। तब जिन्ना ने कहा कि उनकी पत्नी ने इस्लाम कबूल कर लिया था, लेकिन नेविले ने इस्लाम नहीं कुबूला है। नेविले वाडिया के पिता सर नेस वाडिया भारत में मशहूर कपड़ा उद्योगपति थे। नेविले की पढ़ाई लिखाई मेलबर्न कॉलेज और ट्रिनिटी कॉलेज कैम्ब्रिज से हुई।

जिन्ना के निजी सहायक रहे मोहम्मदली करीम चगला अपनी ऑटोबायोग्राफी में लिखते हैं कि जब जिन्ना ने अपनी बेटी से पूछा कि भारत में लाखों मुसलमान हैं, क्या यही शख्स तुम्हारा इंतजार कर रहा था। तब दीना ने जवाब दिया- भारत में लाखों मुस्लिम लड़कियां थीं तो आपने मेरी मां से ही शादी क्यों की?हांलाकि जिन्ना प्यार से पूरी तरह वाकिफ थे, क्योंकि पहली पत्नी की मौत के 20 साल बाद उन्होंने रति से प्रेम किया था। रति के पिता सर दीनशॉ पेटिट उद्योगपति थे, उन्होंने भी यह ऐतराज जताया था कि उनकी इकलौती संतान किसी दूसरे धर्म के युवक से शादी करना चाहती है। लेकिन रति ने अपने पिता का घर छोड़कर जिन्ना से शादी कर ली। दीना जिन्ना ने ठीक अपनी मां रति की राह चुनी और पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर पारसी युवक नेविले वाडिया से शादी कर ली। इस शादी के बाद मोहम्मद अली जिन्ना ने अपनी बेटी से सारे रिश्ते तोड़ लिए। बाप-बेटी एक दूसरे को पत्र लिखते थे लेकिन यह एक औपचारिकता मात्र थी। किसी कार्यक्रम में मिलने पर मोहम्मद अली जिन्ना अपनी बेटी दीना को मिसेज वाडिया कहकर बुलाया करते थे।

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