उत्तर प्रदेश के 15 जिलों में किया गया हॉटस्पॉट सील जाने क्या होता है हॉटस्पॉट मतलब?
चीन से निकलकर दुनियाभर में तबाही मचाने वाली महामारी कोरोना वायरस ने अब भारत में भी अपने पैर पसार लिए हैं,भारत में भी अब पूर्णा वायरस के पॉजिटिव मरीजों की संख्या 5000 तक पहुंच गई है और इससे मरने वालों की संख्या 115 है। लेकिन उत्तर प्रदेश के कुछ 15 जिलों को हॉटस्पॉट किया गया है लेकिन लोगों के मन में सवाल है कि आखिर यह हॉटस्पॉट क्या है हॉटस्पॉट का मतलब है जिस जगह कोरोना वायरस का अत्यधिक प्रभाव है उस जगह को हॉटस्पॉट कहा गया है।
आपको बता दें कि यूपी के हॉटस्पॉट जिले लखनऊ, गौतमबुद्ध नगर, गाजियाबाद, आगरा, कानपुर, वाराणसी, शामली, मेरठ, सीतापुर, बरेली, बुलंदशहर, फिरोजाबाद, बस्ती, सहारनपुर और महाराजगंज ऐसे जिले हैं यहां मरीजों की संख्या ज्यादा है इन जिलों के वे मोहल्ले पूरी तरह सील होंगे, लेकिन घबराने की कोई बात नहीं है यहां पर जिस जगह हॉटस्पॉट है और जो जगह पूरी तरह से सीन है वहां पर जरूरी सामान की होम डिलीवरी की जाएगी।
उत्तर प्रदेश में हॉटस्पॉट सील के क्या नियम होंगे?
- राज्य के 15 जिलों में चिन्हित किए गए हॉटस्पॉट में आवाजाही पर पूरी तरह से रोक लगेगी. यानी अबतक लॉकडाउन के दौरान जो कुछ छूट मिलती थीं, वो भी नहीं मिलेगी.
- इन हॉटस्पॉट में लगातार पुलिस गश्त करती रहेगी और अगर कोई भी व्यक्ति घर से बाहर आता है तो उसपर कार्रवाई की जाएगी.
- सील किए गए इलाकों को लगातार सैनिटाइज़ किया जाएगा, इसके लिए फायर सर्विस की मदद ली जाएगी.
- चिन्हित स्थानों पर सिर्फ पुलिस, स्वास्थ्यकर्मी और सफाईकर्मी ही आ-जा सकेंगे, बाकि किसी को भी एंट्री नहीं मिलेगी.
- बैंक-राशन की दुकानें बंद रहेंगी, जिन्हें लॉकडाउन के दौरान कुछ पास दिए गए थे वो पास भी निरस्त कर दिए जाएंगे. सील इलाकों में सिर्फ जरूरत पड़ने पर एम्बुलेंस को एंट्री मिल सकती है.