महाभारत से जुड़े बहुत सी ऐसी बात है जो हम जानते है लेकिन बहुत सी ऐसी बात है जो हम नहीं जानते है, वैसे आपको बता दे महाभारत काल में महिलायें एक से ज्यादा मर्दों के साथ सम्बन्ध भी रख रही थीं और कई बार तो स्त्रियों के बच्चों का जन्म बिना शादी के भी हुआ है।

महाभारत पुस्तक के अनुसार , महाभारत की पात्र सत्यवती ने शांतनु से विवाह से पूर्व पराशर से प्रेम संबंध बनाया था जिसके फलस्वरूप वेदव्यास हुए थे, वेद व्यास जी अम्बा-अम्बिका के जेठ थे फिर भी कुल की बढ़ोतरी के लिये सत्यवती ने अपनी दोनों बहु को जेठ से संबंध बनाने को बोला था।

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एक मुख्य पात्र पात्र कुंती ने भी विवाह से पूर्व व विवाह के बाद अलग संबंध बनाए थे, विवाह के बाद पांडु के कमजोर पुरुष साबित होने पर इन्होंने पति की इच्छा व सहमति से तीन अन्य पुरुषों से अपनी शारीरिक आवश्यकता, प्रेम संतुष्टि व वंशवृद्धि के लिए प्रेम संबंध स्थापित किया और युधिष्ठिर, भीम और अर्जून को जन्म दिया था।

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इसी तरह से पांडू की दूसरी पत्नी ने बच्चों के जन्म के लिए किसी ने मर्द से संबंध स्थापित किये तब नकुल और सहदेव का जन्म हुआ था। तो क्या यहाँ पर यह सोचना सही है कि पाँचों ही पांडव नाजायज संतान थे? बाद में इस पाप को छुपाने के लिए कई तरह की कहानियों का भी जन्म किया गया।

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