पाकिस्तान की संघीय जांच एजेंसी (एफआईए) ने पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ 18 करोड़ रुपये में 'गिफ्टेड नेकलेस' बेचने के मामले में पहली जांच शुरू की है।

24News HD टीवी चैनल के अनुसार, पाकिस्तान की शीर्ष जांच एजेंसी ने 'तोशाखाना' (राज्य उपहार भंडार) से संबंधित एक उपहार हार की बिक्री की जांच शुरू कर दी है।

रिपोर्ट में कहा गया है कि लाहौर में एक जौहरी को पूर्व पीएम इमरान खान के सबसे करीबी सहयोगियों में से एक जुल्फी बुखारी के जरिए 18 करोड़ रुपये (18 करोड़ रुपये) में बेचा गया था।

जानकारों के मुताबिक सार्वजनिक उपहारों को आधी कीमत देकर अपने पास निजी तौर पर रखा जा सकता है लेकिन इमरान खान ने कुछ लाख जमा करवाए थे जो कि अवैध था। द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, प्रवासी पाकिस्तानियों पर प्रधानमंत्री के पूर्व विशेष सहायक सैयद जुल्फिकार बुखारी ने मंगलवार को इस बात से इनकार किया कि हार बेचने की खबरों में कोई सच्चाई है।


जियो न्यूज से बात करते हुए, जुल्फी बुखारी ने कहा कि हार के बारे में कभी कोई बात नहीं हुई थी और आरोप बेबुनियाद और निराधार थे।

इससे पहले, संघीय जांच एजेंसी के हवाले से खबरें थीं कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ तोशाखाना से एक कीमती हार बेचने, राष्ट्रीय खजाने को नुकसान पहुंचाने के लिए जांच शुरू की गई है।

बताया गया कि लाहौर के एक जौहरी को जुल्फी बुखारी के जरिए 18 करोड़ रुपये में हार बेचा गया था, जबकि उस राशि का कुछ ही हिस्सा तोशाखाना को दिया गया था।

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