पाकिस्तान ने रविवार को भारत के उस फैसले की कड़ी निंदा जब पुलवामा हमले के बाद भारत ने नियंत्रण रेखा पर व्यापार रोकने का एकतरफा निर्णय लिया था। उस भारत ने यह कहा था कि पाकिस्तान इस इस व्यापार सुविधा का आतंकवाद को बढ़ावा देने, हथियार, मादक पदार्थ, और नकली करेंसी की तस्करी आदि के लिए दुरुपयोग करता है। बता दें कि पाकिस्तान ने भारत के इस आरोप को एक सिरे से खारिज कर दिया।
दरअसल भारत ने बृहस्पतिवार को जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के दूसरी तरफ से व्यापार की छूट पर अनिश्चितकाल के लिए रोक लगा दी। भारत ने यह कदम सीमा पार से व्यापार का बड़े पैमाने पर दुरुपयोग होने की रिपोर्ट के मिलने के बाद उठाया।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने बयान दिया है कि भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तान में आतंकवाद को बढ़ावा देने तथा मादक पदार्थ और नकली नोटों की तस्करी जैसे आधारहीन आरोपों पर आधारित है। पाकिस्तान का कहना है कि यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में वैध कामों में लगे लोगों को आतंकवाद से जोड़ने के भारत के प्रयासों की ही एक कड़ी है। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों देशों के बीच कारोबार की शुरूआत केवल आपस में भरोसा बढ़ाने वाले कदमों के तहत शुरू हुआ। अब भारत एकतरफा कार्रवाई करके कूटनीतिक तरीके से दोनों देशों के बीच रिश्ते सुधारने की कवायद से पीछे हट रहा है।

पाकिस्तान ने कहा कि बिना हमसे सलाह मशविरा किए एकतरफा कारोबार रोकने की हम कड़ी निंदा करते हैं। हमारे पास इससे निपटने के कई बेहतर तरीके हैं। हम भारत को सलाह देते हैं कि वो एक तरफा फैसले लेने से बचे और सृजनात्मक तरीके विवादित मुद्दों का हल करने का प्रयास करें। गौरतलब है कि भारत और पाकिस्तान के बीच एलओसी पर कारोबार बारामूला जिले के उरी में सलामाबाद और पूंछ जिले में चक्कन-दा-बाग से होते हैं।

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