दिन पर दिन कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे है, बात करे भारत की तो अब तक 54000 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो जाती है और कम से कम 2000000 लोग इस वायरस की चपेट में आ चुके है। वैसे अभी भी देश में लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन फिर भी परिस्थति गंभीर है, लेकिन एक बात तो है मोदी सरकार ने बहुत ही अच्छे समय में लॉकडाउन का फैसला लिया।

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इसके अलावा दूसरा आकलन बीसीजी नामक संस्था ने तैयार किया है इसमें दो परिस्थितयां दी गई हैं पहले के मुताबिक़ लॉक डाउन के बिना 36 लाख लोग बीमार हो चुके होते जबकि 1,20,000 लोग जान गंवा चुके होते वहीं , दूसरे के मुताबिक़ 70 लाख लोग बीमार हो गए होते और 2,10,000 लोग जान गंवा चुके होते।

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तीसरा आकलन पीएचएफआई नामक संस्था ने पेश किया है संस्था ने बीमार का तो आंकड़ा नहीं दिया है लेकिन उनके मुताबिक़ 78000 लोगों की मौत हो चुकी होती, तथा एक और आंकलन में यह कहा गया कि लॉकडाउन नहीं होता तो 23 लाख लोग इस वायरस की चपेट में आ जाते और कम से कम 68000 लोगों की मौत हो जाती है।

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