शिवसेना के चुनावी चिह्न को चुनाव आयोग द्वारा फ्रीज करने के बाद उद्धव और शिंदे खेमें में जबरदस्त वार शुरू हो गया है। आयोग के इस फैसले को उद्धव ठाकरे के लिए एक गंभी चुनौती के रूप में देखा जा सकता है । आयोग ने आगामी अंधेरी पूर्व विधानसभा उपचुनावों में शिवसेना के दोनों प्रतिद्वंद्वी गुटों को 'धनुष और तीर' के चुनाव चिह्न को उपयोग करने से रोक दिया है। इसको लेकर अब पार्टी अध्यक्ष और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिंदे खेमे पर कटाक्ष किया है।

रावण ने भगवान राम का धनुष फ्रीज किया
उद्धव ठाकरे ने शिंदे खेमे पर फेसबुक लाइव में हमला बोला है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग से इस तरह के फैसले की उम्मीद नहीं थी। मैं न्यायपालिका में विश्वास करता हूं। हमें न्याय मिलेगा। 40 सिर वाले रावण ने भगवान श्री राम के धनुष को फ्रीज कर दिया। मैं आयोग के इस फैसले से बहुत दुखी हूं क्योंकि इससे साफ हुआ है कि लोगों ने अपनी मां के सीने में छुरा घोंपा है। हिम्मत है तो बालासाहेब का नाम न लेकर दिखाए।

शिवसेना के गठन की कहानी साझा की
शिवसेना के गठन की कहानी साझा करते हुए, ठाकरे ने कहा कि मेरे दादाजी ने बालासाहेब से पूछा था कि क्या वह एक संगठन बनाएंगे क्योंकि इतने सारे लोग अपनी समस्याओं को लेकर आ रहे थे। इसी के बाद बालासाहेब ने शिवसेना की शुरुआत की थी। शिवसेना प्रमुख ने कहा कि लोग मुझे जानते हैं क्योंकि मेरा नाम उद्धव बालासाहेब ठाकरे है। उन्होंने कहा कि शिवसेना का गठन महाराष्ट्र के हित में मराठी लोगों के कल्याण के लिए किया गया था।

भाजपा को भी आड़े हाथ लिया
उद्धव ने कहा कि शिवसेना की एकता को तोड़कर आपको क्या मिला? शिंदे गुट को भी समझ में नहीं आता कि भाजपा कैसे उनका उपयोग कर रहा है। ठाकरे ने कहा कि भाजपा अपने हित में शिंदे खेमे का इस्तेमाल कर रही है और जब उसका हित पूरा हो जाएगा तो वह उन्हें हटा देगी। उन्होंने कहा कि शिंदे खेमे से ज्यादा भाजपा खुश हो रही होगी।

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