वो एक फोन कॉल जिसे सुनकर बिलख बिलख कर रोए थे राहुल गांधी, जानें क्यों
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को कौन नहीं जानता है। उनकी शख्सियत अपने आप में अनोखी है। राहुल 49 के हो चुके हैं और उनकी बातों को लेकर लोग उनका अभी भी मजाक उड़ाते हैं और उन्हें नासमझ समझते हैं!
लेकिन क्या वाकई राहुल राजनीति में आने के लिए उत्सुक थे या उन्हें जबरन राजनीति में लाया गया? जिस से कि एक बच्चा गांधी परिवार की परंपरा को आगे बढ़ा सके।
The Key to Instant Entertainment and Freedom of Expression
राहुल गांधी ने अपने जीवन में कई अच्छे और कई बुरे पल देखे हैं। उनके लिए वो पल भी काफी डरा देने वाला था जिस दिन उनके पास एक कॉल आया और इसे सुन कर राहुल बिलख बिलख कर रोने लगे तो आखिर वो फोन कॉल किसका था और उन्हें इस कॉल पर क्या कहा गया?
गांधी परिवार के कई सदस्यों का मर्डर किया गया। जब राहुल मात्र 10 साल के थे तो उनके चाचा संजय गांधी की प्लेन क्रैश में मौत हो गई। जब वे 14 के हुए तो उनकी दादी इंदिरा को भी गोली मार कर उनकी हत्या कर दी गई। तभी से उन्हें भी काफी सिक्योरिटी के साथ रखा जाता था।
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1985 में जब इंदिरा गांधी की मृत्यु हुई तो राहुल को ये लगता था कि उनके पिता राजीव की भी कोई हत्या कर सकता है और उनका ये डर सच निकला और साल 21 मई 1991 में राजीव की भी हत्या कर दी गई।
तब राहुल गांधी हावर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ रहे थे। उन्हें अपने दोस्त के भाई का फोन आया और फोन पर जैसे ही वह उनके पिता का जिक्र करने वाला था तो राहुल ने कहा कि क्या वे नहीं रहे? तो सामने से जवाब मिला हां, ये कह कर उसने फोन काट दिया और ये सुनते ही राहुल बिलख बिलख कर रोने लगे।
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राजीव गांधी की हत्या के बाद उन्हें फिर से पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। उनकी रूचि हमेशा से ही पढ़ने में रही है। उन्होने कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी से एमफिल किया और उसके बाद उन्होंने लंदन के मॉनीटर ग्रुप के लिए तीन साल काम भी किया था। उनका दोस्त का कहना है कि राहुल राजनीति में कभी नहीं आना चाहते थे।