मनोहर पर्रिकर के कुछ ऐसे बयान, सियासी गलियारे में मचा था बवाल
आपको जानकारी को लिए बता दें कि रविवार, 17 मार्च 2019 को गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर का देहांत हो गया। गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर मनोहर पर्रिकर ने चार बार अपनी सेवाएं दी। पर्रिकर की छवि एक ईमानदार और समर्पित नेता के रूप में रही।
इसके अतिरिक्त मनोहर पर्रिकर मोदी सरकार में नवंबर 2014 से 13 मार्च 2017 तक रक्षा मंत्री भी रहे। अपने राजनीतिक यात्रा मनोहर पर्रिकर ने भी कुछ ऐसे बयान दिए थे, जिन पर खूब बवाल मचा था।
मनोहर पर्रिकर ने कहा था- देश के खिलाफ बोलने वालों को सिखाएं सबक
साल 2015 में पूरे देश में असहिष्णुता को लेकर लंबी बहस छिड़ी हुई थी। देश के कई लेखकों, वैज्ञानिकों और फिल्म निर्माताओं ने असहिष्णुता के माहौल के खिलाफ अपना विरोध दर्ज कराने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार लौटाए थे। इसी बीच आमिर खान ने अपनी पत्नी किरण राव के साथ बातचीत का हवाला देते हुए एक बयान दिया था। दरअसल आमिर खान ने कहा था कि वे लगातार हो रही घटनाओं से चिंतित हैं और किरण ने सुझाव दिया है कि संभवत: उन्हें देश छोड़ देना चाहिए।
इस बयान के बाद तत्कालीन रक्षा मंत्री रहे मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि एक अभिनेता ने कहा कि उनकी पत्नी भारत से बाहर जाना चाहती हैं। यह घमंड से भरा बयान है। ऐसे लोग जो देश के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें देश की जनता द्वारा पाठ पढ़ाए जाने की जरूरत है।
पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को बताया था संघ की शिक्षा
आपको याद दिला दें कि उरी आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। इस सर्जिकल स्ट्राइक में 50 से ज्यादा आतंकी मारे गए थे। उस समय मनोहर पर्रिकर ने सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय पीएम मोदी और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को दिया था। मनोहर पर्रिकर ने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के पीछे आरएसएस की शिक्षा है।
मनोहर पर्रिकर ने कहा था- टॉयलेट में पढ़ता हूं महाभारत
एक पुस्तक विमोचन कार्यक्रम के दौरान मनोहर पर्रिकर ने कहा था कि मुझे टॉयलेट में किताबें पढ़ना पसंद है। इस समय मैं महाभारत पर एक बुक पढ़ रहा हूं। वह किताब टॉयलेट में पड़ी हुई है। पर्रिकर ने कहा था कि आप टॉयलेट के समय निर्बाध रूप से पढ़ाई कर सकते हैं।