इंटरनेट डेस्क। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जन्मस्थली वडनगर को पूरी दुनिया जानती है। लोकसभा चुनाव 2014 में नरेंद्र मोदी अपनी चुनावी रैलियों में मंच से अक्सर यह बात कहते थे कि उन्होंने बचपन के दिनों में अपने पिता के साथ वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेची है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी प्रारम्भिक शिक्षा वडनगर के भगवताचार्य नारायणाचार्य स्कूल से ही पूरी की है।

यह पौराणिक शहर वडनगर आज की तारीख में गुजरात का एक अत्याधुनिक शहर बन चुका है। गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर से ठीक उत्तर दिशा की ओर 100 किमी. पर मौजूद महेसाणा जिले में वडनगर आज की तारीख में दुनिया ने नक्शे पर सुर्खियों में बना हुआ है।

बता दें कि पीएम मोदी की जन्मस्थली वडनगर एक ऊंचे पर्वत पर बसा हुआ है। यह पौराणिक शहर सोलंकी राजाओं का केंद्र रहा है। क्यों कि इस शहर के चारो तरफ सोलंकी राजाओं ने किले का निर्माण करवा रखा था। वडनगर में सोलंकी राजाओं के बनवाए गए किले के 6 दरवाजे आज भी मौजूद हैं। नागौर ब्राह्मणों की सलाह पर सिद्धार्थ सोलंकी ने वडनगर में शर्मिष्ठा तालाब के नजदीक एक विशाल शिवालय बनवाया था, जो हाटकेश्वर महादेव मंदिर के नाम से विख्यात है।

पौराणिक शहर वडनगर का नाम हर युग में नाम बदलता रहा है। सतयुग से लेकर आधुनिक युग तक इस शहर का नाम कुछ इस प्रकार है।

1- सतयुग में वडनगर का नाम चमत्कारपुर

2- त्रेता युग में वडनगर का नाम आनर्तपुर

3- द्वापरयुग में वडनगर का नाम आनंदपुर

4- कलयुग में वडनगर का नाम वृद्धनगर

5- आधुनिक युग में वडनगर

Related News