चंद्रयान के मून लैंडर से उस समय संपर्क टूट गया जब वह चंद्रमा की सतह से केवल 2.1 किलोमीटर की दूरी पर था। सभी वैज्ञानिक अभी भी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि किसी तरह लैंडर से संपर्क किया जा सके ,इसी के साथ ही वैज्ञानिकों ने चंद्रयान 2 के ऑर्बिटर को लेकर खुशखबरी दी है।

यह सब कोई साधारण बात नहीं है। बल्कि एक करिश्मा हुआ है। चंद्रमा की कक्षा में चंद्रमा की सतह से 100 किमी की परिक्रमा करने वाले परिक्रमा करने वाले ने ऑर्बिटर ने विक्रम के बारे में अच्छी खबर दी है। खबर है कि विक्रम लैंडर चंद्र सतह पर पहुंच गया है। ऑर्बिटर ने लैंडर विक्रम की ताज़ा तस्वीरें भेजी हैं। इस तस्वीर में विक्रम चंद्रमा की सतह पर दिखाई दे रहा है।

लैंडर से संपर्क टूटने के बाद इसके पास अतिरिक्त ईंधन बचा हुआ है, जिस कारण अब यह ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में पूरे सात सालों तक चक्कर लगा सकेगा |आने वाले सात सालों तक यह चंद्रमा से संबंधित कई महत्वपूर्ण और रहस्यमई जानकारियों को वैज्ञानिकों के साथ साझा करेगा | चंद्रयान 2 का ऑर्बिटर चंद्रमा की सतह में पानी और बर्फ का पता लगा पाने में सक्षम है | इसके साथ ही आने वाले चौदह दिनों तक लैंडर विक्रम से संपर्क स्थापित करने की पूरी कोशिश की जाएगी |

Related News