इन विधानसभा चुनावों में किस पार्टी की जीत होगी और टॉप पर पहुंचने के लिए उन्हें कितने प्रतिशत वोट्स की जरूरत है? इस प्रश्न का उत्तर इस बात पर निभर करता है कि हम किस तरह देखते हैं। अगर पिछले विधानसभा चुनाव की नजर से देखें तो बीजेपी को आम आदमी पार्टी (आप) को शिकस्त देने के लिए बहुत पसीना बहाना होगा

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2015 चुनाव के लिहाज
2015 के विधानसभा चुनावों की बात करें तो AAP ने कुल 54.6% वोट शेयर प्राप्त किए वहीं बीजेपी को 32.8% वोट्स मिले और निश्चित रूप से, 9.7% पर कांग्रेस ने जीत दर्ज की।अगर इस लिहाज से सोचें तो आप को टक्कर देने के लिए बीजेपी को अपने खाते में कम-से-कम 10.9% ज्यादा वोट लाना होगा। यह तो माना जा रहा है कि आप के कुछ मतदाता इस बार पाला बदलेंगे, लेकिन वो बीजेपी में शामिल होंगे या कॉंग्रेस में ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा।

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निकाय चुनाव के लिहाज से
अगर हम 2017 के निकाय चुनाव की बात करें तो बीजेपी उस चुनाव में 36.1% वोट हासिल कर आप (26.2%) और कांग्रेस (21.1%) से आगे निकली थी। उस हिसाब से अब बीजेपी को केवल 5 प्रतिशत वोट्स अपने पाले में चाहिए। यानी, आप के सामने बीजेपी के मुकाबले आधी चुनौती है।

लोकसभा चुनाव के लिहाज से
पिछले लोकसभा चुनाव में दिल्ली के 56.9% मतदाताओं ने बीजेपी का समर्थन किया था जबकि कांग्रेस 22.6% वोट पाकर दूसरे और आप 18.2% वोट के साथ तीसरे नंबर पर रही थी।

2017 के निकाय चुनाव को छोड़ दें तो किसी भी पार्टी के लिए कोई दूसरा जुगाड़ लगा पाना मुमकिन नहीं है। लेकिन बीजेपी अगर अपना आंकड़ा बढ़ाने में कामयाब हो जाती है तो गठबंधन से भी दिल्ली में सरकार बना सकती है।

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