नागपुर में है कांग्रेस का दबदबा पंचायत समिति चुनावों में, अध्यक्ष पद की 13 में से 9 सीटें जीतीं, भाजपा को दिया करारा झटका
महाराष्ट्र के नागपुर जिले में पंचायत समिति के अध्यक्षों और उपाध्यक्षों के पदों पर चुनावों में कांग्रेस पार्टी ने बाजी मारी है । नागपुर जिले में कांग्रेस ने अध्यक्ष के 13 में से नौ और उपाध्यक्ष के 13 में से आठ पदों पर जीत हासिल की। उपाध्यक्ष की तीन सीटों पर भाजपा को जीत मिली, लेकिन वह अध्यक्ष का एक भी पद नहीं जीत सकी। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने अध्यक्ष के तीन पद हासिल किए, जबकि शिवसेना अध्यक्ष का एक पद जीतने में सफल रही।
भाजपा के गढ़ में कांगेस ने लगाई सेंध
कांग्रेस ने 13 में से 9 प्रमुख पद जीतकर भाजपा के गढ़ में सेंध लगाने का काम किया है। वहीं, 8 उपप्रमुख के पदों को भी पार्टी ने जीता है। बीजेपी को सिर्फ तीन उपप्रमुख का पद मिला है। भाजपा के लिए यह हार इसलिए बड़ी है, क्योंकि उसके कई बड़े नेता इसी क्षेत्र से आते हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का भी ये गढ़ माना जाता रहा है। कांग्रेस की जीत ने भाजपा को नई रणनीति बनाने पर मजबूर कर दिया है।
कांग्रेस ने यहां जीती सीटें
कांग्रेस ने सौनेर, कलमेश्वर, परसिवनी, मौदा, कैंपटी, उमरेड, भिवापुर, कुही और नागपुर ग्रामीण में अध्यक्ष का पद जीता। काटोल, नरखेड़ और हिंगना में राकांपा ने जीत हासिल की और रामटेक अध्यक्ष का पद शिवसेना ने जीता। सूत्रों ने बताया कि रामटेक सीट पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट 'बालासाहेबंची शिवसेना' ने जीत हासिल की। चुनाव शनिवार को हुए थे। उसी दिन परिणाम भी घोषित किए गए।