स्वामी प्रसाद मौर्य सहित कुछ विधायकों के इस्तीफे के बाद भाजपा हाई अलर्ट पर आ गई है हालात संभालने की कमान अब गृह मंत्री अमित शाह के हाथ में आ गई है भाजपा मौर्य से लगातार संपर्क में है और सहयोगियों को भी साधे रखने की कवायद इस समय चरम पर है।

भाजपा की रणनीति किसी भी तरह मौर्य को रोकने और जल्दी से जल्दी सपा को बड़ा झटका देने की है मौर्य ने ऐसे वक्त पर पार्टी छोड़ी है जब दिल्ली में चुनाव के पहले तीन चरण की उम्मीदवारों के चयन पर अहम बैठक चल रही थी इस्तीफे की खबर मिलते ही नाराज नेताओं को मनाने की भी कवायद शुरू हो गई है।

भाजपा ने सहयोगी अपना दल और निषाद पार्टी से भी दो बार संपर्क साधा है और दोनों ही सहयोगियों को सम्मानजनक सीटें देने का भरोसा दिलाया है दरअसल भाजपा में हलचल तब बढ़ी जब अपना दल के कार्यकारी अध्यक्ष आशीष पटेल ने भाजपा को सामाजिक न्याय से जुड़े नेताओं को सम्मान करने की नसीहत दी।

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