लाइफस्टाइल डेस्क। गंगा नदी भारत की सबसे पवित्र नदी मानी जाती है जिसका पानी लोग अपने घरों में लाते हैं और वातावरण को शुद्ध करने के लिए गंगा नदी के पानी का छिड़काव अपने घर में करते हैं। भारत मे किसी भी शुभ कार्य को करने से पहले गंगा नदी के पानी के छींटे पूरे घर में मारे जाते हैं ताकि घर पूरी तरह से शुद्ध हो जाए। दोस्तों क्या आपने कभी सोचा है कि गंगा नदी का पानी सालों एक बर्तन में रह जाता है, लेकिन फिर भी वह कभी खराब नहीं होता है। दरअसल दोस्तों एक रिसर्च में यह पाया गया है कि गंगा नदी के पानी में एक खास तरह का वायरस पाया जाता है जिसका नाम बक्टेरिओड्स है। दोस्तों साइंस में इसे निंजा वायरस का नाम भी दिया गया है, जो एक एंटीबॉडीज की तरह ही काम करता है। दोस्तों इसी वायरस के कारण गंगा नदी का पानी कभी भी खराब नहीं होता है।

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