वास्तु शास्त्र हिंदू धर्म का अहम हिस्सा हैं, इसका प्राचीन विज्ञान जीवन के विभिन्न पहलुओं पर जीवन में नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता को बढाने के दिशा निर्देश प्रदान करता हैं, ऐसे मे अगर हम बात करें बाथरूम मे की जाने वाली कुछ आदतों की तो यह हमारे भाग्य और कल्याण को प्रभावित करती हैं। इन प्राचीन सिद्धांतों का पालन करके, व्यक्ति समृद्धि को बढ़ावा दे सकता है और दुर्भाग्य से बच सकता है। आइए जानते हैं इकने बारें में-

Google

1. खाली बाल्टी रखने से बचें

बाथरूम में कभी भी खाली बाल्टी नहीं रखनी चाहिए। ऐसा माना जाता है कि राहु, एक छाया ग्रह, खाली बाल्टी में रहता है, जिससे वास्तु दोष और नकारात्मकता को बढ़ावा मिलता है। इससे मानसिक परेशानी और वित्तीय नुकसान दोनों हो सकते हैं।

2. बाथरूम में गीले कपड़े न छोड़ें

बाथरूम में गीले कपड़े छोड़ने से नकारात्मक ऊर्जा में काफी वृद्धि हो सकती है और माना जाता है कि इससे सूर्य दोष होता है, जो जीवन में प्रगति में बाधा डालता है।

Google

3. टूटे हुए शीशे तुरंत हटाएँ

बाथरूम में टूटा हुआ शीशा गंभीर वास्तु दोष पैदा करता है और वित्तीय कठिनाइयों का कारण बन सकता है। वित्तीय स्थिरता बनाए रखने के लिए, बाथरूम से टूटे हुए शीशे को तुरंत हटा दें।

4. पानी की बर्बादी से बचें

सुनिश्चित करें कि बाथरूम में कोई रिसाव या टपकता हुआ नल न हो, क्योंकि पानी की बर्बादी या रिसाव चंद्रमा दोष से जुड़ा हुआ है और देवी लक्ष्मी को नाराज़ करता है, जिससे मानसिक तनाव और वित्तीय समस्याएँ होती हैं।

Google

5. सही रंग की बाल्टी चुनें

बाथरूम में काली बाल्टी का उपयोग करने से मना किया जाता है, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि इससे घर में परेशानियाँ आती हैं। नीली बाल्टी को अधिक शुभ माना जाता है।

Related News