इंटरनेट डेस्क. भारतीय लोगों का वास्तु शास्त्र बहुत महत्व माना जाता है। यहां के सभी लोग अपने जीवन से जुड़े सभी कार्य वास्तुशास्त्र के नियमों के अनुसार करते हैं जिसके कारण किसी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ता। उन लोगों को अपने जीवन में समस्याओं को ज्यादा सामना करना पड़ता है जो अपना जीवन बिना वास्तु शास्त्र को ध्यान में रखते हुए जीते हैं। और बिना वास्तुशास्त्र के नियमों को ध्यान में रखें अपना काम करते। वास्तु शास्त्र में घर से लेकर ऑफिस तक के लिए वास्तु दोष के लिए निवारण बताए गए हैं। यदि आपको भी अपने बिजनेस वास्तु दोष के कारण नुकसान झेलने पड़ रहा है तो आप इससे बचने के लिए वास्तु शास्त्र के अनुसार यह उपाय अपना सकते हैं आइए जानते हैं उपाय के बारे में विस्तार से -

1. यदि आपकी दुकान का गेट पूर्व मुखी है तो आपको अपनी दुकान में काउंटर दक्षिण दिशा में रखना चाहिए और आपका मुंह उत्तर दिशा में होना चाहिए।

2. यदि आप की दुकान ईशान या वायव्य तथा उत्तर मुखी है तो आप अपना काउंटर इस तरह से अपनी दुकान में रखना चाहिए कि आपका मुंह उत्तर दिशा में रहे। तथा अपनी दुकान के मुख्य गेट के आसपास गमले।

3. यदि आप की दुकान पश्चिम मुखी है तो आपको अपनी दुकान की ऊंचाई से थोड़ी ऊंची अपनी चाहिए तथा दुकान के उत्तर में वक्रतुंड की मूर्ति या चित्र लगाना चाहिए। इस मूर्ति या चित्र को लगाते समय इस बात का खास ध्यान रखें की इनका मुंह दक्षिण दिशा या नेतृत्व कोण में कभी भी नहीं होना चाहिए।

4. दुकान को हमेशा साफ-सुथरी और सजाकर रखते हैं साथ ही दुकान में सामान को इस तरह से रखेगी बाहर से देखने पर दुकान में सामान भरा हुआ दिखाई देना चाहिए।

5. दक्षिण मुखी नेतृत्व की है तो दुकान के मालिक या फिर उसने काम करने वाले कर्मचारियों का उत्तर मुखी पूर्व मुखी होना चाहिए। तथा दुकान के मेन गेट पर एक व्यक्ति ऐसा नियुक्त करे जो ग्राहक के आने पर दरवाजा खोलें और विनम्रता से उनका स्वागत करें।

6. अपनी दुकान में इस बात का खास ध्यान रखें कि ग्राहक को दुकान में रास्ते में कोई परेशानी या बाधा नहीं होनी चाहिए।

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