वसंत पंचमी को सरस्वती देवी की पूजा अर्चना की जाएगी। 16 फरवरी को सुबह 03 बजकर 36 मिनट पर पंचमी तिथि लगेगी, जो कि अगले दिन यानी 17 फरवरी को सुबह 5 बजकर 46 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में पंचमी तिथि 16 फरवरी को पूरे दिन रहेगी।


1मेष राशि- भगवान हनुमान की पूजा कर उनके बाएं चरण का सिन्दूर लेकर वसंत पंचमी से नित्य तिलक करें तथा हनुमान चालीसा का पाठ करें। विद्या व बुद्धि के लिए 'ऐं' का जप करें।

2 वृषभ राशि- इमली के पत्ते 22 नग लेकर 11 पत्ते माता सरस्वती के यंत्र या चित्र पर चढ़ाएं। 11 पत्ते अपने पास सफेद वस्त्र में लपेटकर रखें, सफलता मिलेगी।
3 मिथुन राशि- भगवान गणेश का यथा उपचार-पूजन कर यज्ञोपवीत चढ़ाएं तथा 21 दूर्वादल के अंकुर 21 बार 'ॐ गं गणपतये नम:' का जप कर चढ़ाएं। विद्या प्राप्ति के विघ्न दूर होंगे।

4 कर्क राशि- माता सरस्वती के यंत्र या चित्र पर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' जप कर आम के बौर चढ़ाएं।

5सिंह राशि - 'ॐ ऐं नम:..' गायत्री मंत्र 'नमो ऐं ॐ' से संपुटित कर जपें, लाभ होगा।
6 कन्या राशि - पुस्तक, ग्रंथ इत्यादि दान करें तथा 'ॐ ऐं नम:' का जप करें।

7 तुला राशि -पुस्तक ग्रंथ तथा सफेद वस्त्र किसी ब्राह्मण कन्या को पूजन कर दान करें तथा श्वेत मिठाई खिलाएं। 'ॐ ऐं नम:' का जप करें।

8 वृश्चिक राशि - माता सरस्वती का पूजन कर श्वेत रेशमी वस्त्र चढ़ाएं तथा कन्याओं को दूध से बनी मिठाई खिलाएं। 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' का जप करें।
9 धनु राशि - माता सरस्वती का पूजन करें तथा श्वेत चंदन चढ़ाएं, श्वेत वस्त्र दान करें।

10मकर राशि - सूर्योदय के पहले ब्राह्मी नामक औषधि का सेवन कर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' से मंत्रि‍त कर पी लें। सफलता कदम चूमेगी।

11कुंभ राशि - माता सरस्वती का पूजन कर कन्याओं को खीर खिलाएं तथा 'ॐ ऐं नम:' जपें।

12मीन राशि - अपामार्ग की जड़ शास्त्रीय तरीके से निकालकर पुरुष अपनी दाहिनी भुजा तथा स्त्री अपनी बाईं भुजा पर 'ॐ ऐं सरस्वत्यै नम:' की 11 माला, स्फटिक माला से कर सफेद वस्त्र में बांधकर धारण करें।

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