अक्सर कहा जाता है कि यदि लोग खुद ही जिम्मेदार रवैया अपना लें, तो कोई भी काम असंभव नहीं होता. अगर आप मेघालय की ओर रुख करेंगे, तो आपको ये बात एकदम सच लगेगी. बीते साल उमंगोट नदी की तस्वीर जल शक्ति मंत्रालय की ओर से भी सोशल मीडिया पर साझा की गई थी. इस तस्वीर में पानी एकदम शीशे की तरह चमकता नजर आ रहा था. नदी में एक नाव तैर रही थी, जिसे देखकर ऐसा लग रहा था कि मानों ये नाव पानी में तैरने की बजाय हवा में उड़ रही हो. उमंगोट नदी दुनिया की सबसे साफ नदियों में से एक मानी जाती है और इस नदी के इतना स्वच्छ होने की वजह यहां के लोगों का जिम्मेदार रवैया ही है. मेघालय में उमंगोट नदी (Umngot River of Meghalaya) को अगर आपने देख लिया, तो आप हैरान रह जाएंगे. इस नदी का पानी इतना स्वच्छ है कि नदी की तलहटी में मौजूद पत्थर और हरियाली भी साफ नजर आती है। आइए इस लेख के माध्यम से जानते है उमंगोट नदी से जुड़ी खास बातों के बारे में -

* लोग कहते हैं पहाड़ियों में छिपा स्वर्ग :

इस नदी का नजारा इतना खूबसूरत है कि यहां आने वाले लोग इसे पहाड़ियों में छिपा स्वर्ग कहते हैं. मॉनसून के महीने में बोटिंग बंद हो जाती है क्योंकि तेज बारिश से नदी ओवरफ्लो होने लगती है और खतरा बढ़ जाता है. नवंबर से अप्रैल के बीच यहां सैलानियों की काफी भीड़ रहती है. मार्च से अप्रैल के बीच यहां बोट रेस की जाती है. इस दौरान लोग बोटिंग के दौरान नदी की तलहटी तक को देख सकते हैं।

* गंदगी फैलाने वाले पर लगता है 5 हजार रुपए का जुर्माना :

अगर आप भी इस नदी को देखना चाहते हैं और यहां प्राकृतिक सुंदरता का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आपको दावकी गांव जाना होगा. यहां नवंबर से अप्रैल के बीच पर्यटकों की खासी भीड़ उमड़ती है। इस नदी की साफ सफाई ​की निगरानी यहां के बुजुर्ग लोग खुद ही करते हैं. यहां गंदगी फैलाने पर 5000 रुपए तक का जुर्माना लगता है।

* लोग करते आ रहे हैं सदियों से इस नदी की सफाई :

उमनगोत तीन गांवों में से बहती है- दावकी, दारंग और शेंनान्गडेंग. इन्हीं गांवों के लोग इस नदी की सफाई करते हैं. उमंगोट नदी नदी मेघालय की राजधानी शिलांग से 95 किमी दूर भारत-बांग्लादेश सीमा के पास पूर्वी जयंतिया पहाड़ियों में बहती है. यहां के लोगों के बीच इस नदी को साफ करने परंपरा सदियों से चली आ रही है. मौसम और पर्यटकों की संख्या के हिसाब से महीने के कुछ दिन कम्युनिटी डे के होते हैं. इस दिन इन गांवों के हर घर से कम से कम एक व्यक्ति नदी की सफाई के लिए आता है।

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