Health tips: आयुर्वेद के ये सीक्रेट्स, बेहतर इम्यूनिटी और स्वस्थ शरीर के लिए ऋतु के अनुसार करें भोजन
मौसम बदलने के साथ-साथ हमें नई-नई बीमारियों का सामना करना पड़ता है बुखार, सदी-खांसी, जुखाम ये सब तो बहुत ही आम समस्या है लेकिन अगर अपने खान पान का सही ध्यान ना रखा जाए तो कुछ गंभीर समस्याएं भी हमें अपनी चपेट में ले सकती हैं। इसलिए शरीर को मजबूत और इम्यूनिटी स्ट्रांग करने के लिए अगर आप ऋतुचार्य आहार का अनुसरण करते हैं तो आप स्वस्थ रहेंगे।
आयुर्वेद कहता है कि मनुष्य को शिशिर ऋतु में आंवला,दला अनाज आदिचीजों का सेवन अवश्य करना चाहिए। इसके अलावा अपने नियमित आहार में लहसुन व अदरक, दूध और गन्ने से बनी वस्तुओं को शामिल करने से भी लाभ होता है। इस मौसम में ठंडी चीजें व कड़वी चीजों से पूरी तरह परहेज रखना चाहिए।
आयुर्वेद के अनुसार वसंत ऋतु में मनुष्य को चावल, जौ, अनाज व गेंहू आदि अवश्य खाने चाहिए। जबकि तीखा और मसालेदार भोजन पूरी तरह निषेध माना गया है।
ग्रीष्म ऋतु के दौरान मनुष्य को हल्की चीजों का सेवन करना चाहिए जिन्हें आसानी से पचाया जा सके। आप इस दौरान छाछ और फलों का जूस, सूप भी पी सकते हैं।
आयुर्वेद के अंतर्गत इस बात का उल्लेख है कि वर्षा ऋतु में सुपाच्य भोजन का सेवन ही किया जाना चाहिए। आप चाहें तो खट्टे और नमकीन भोजन का सेवन भी कर सकते लेकिन एक कहस बात यह है कि इस मौसम में आपको उबला हुआ या फिल्टर पानी ही पीना चाहिए।