महाभारत काल का समय एक खास समय था और इस समय को आज भी दुनिया भर के लोग याद करते हैं। इस समय पर प्रसिद्ध गंथ महाभारत भी बना है जिसके माध्यम से आप उस समय के बारे में और भी गहराई से जान सकते हैं। इस समय कई सुंदर स्त्रियां थी जिनकी खूबसूरती पर बहुत से लोग फ़िदा थे और इन्हे पाने की हर कोई चाह भी रखता था। आज हम महाभारत की सबसे खूबसूरत स्त्री के बारे में बात करने जा रहे हैं जिसे सभी प्राप्त करना चाहते थे।

जिस स्त्री के बारे में हम बात करने जा रहे हैं उसका नाम है द्रोपदी। द्रोपदी स्वर्ग की अप्सरा के समान सुंदर थी। उनकी खूबसूरती इतनी अधिक थी कि उसके सामने सब फीका था। उनकी खूबसूरती पर कई लोग फिदा थे। वे राजा द्रुपद की पुत्री थी। उनकी खूबसूरती के कारण उन्हें पाने के लिए लोगों में लड़ाई झगड़े भी होते थे।

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राजा द्रुपद ने द्रौपदी के विवाह के लिए स्वयंवर रचाया, इस स्वयंवर को अर्जुन ने जीता था। जब अर्जुन उन्हें अपने घर ले आए और उनकी माता को इस बारे में बताया तो माँ ने कहा जो लाए हो उसे पांचो भाइयों में बाँट लो। माँ के इसी वचन के कारण द्रौपदी को पांचो पांडवों की पत्नी बनना पड़ा।

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द्रौपदी को पाना आसान नहीं था लेकिन अर्जुन ने अपनी सूझबूझ से द्रौपदी को प्राप्त कर लिया था। लेकिन बाद में द्रौपदी को पांचो पांडवों की पत्नी बनना पड़ा था। कहा जाता है कि उसकी 5 पतियों से शादी होने के पीछे शिवजी से माँगा गया वरदान था जिसमे उसने 36 गुणों वाले पति की मांग की थी। हालाकिं 36 गन एक ही इंसान में होना संभव नहीं है इसलिए उसे इन 36 गुणों वाले 5 पति मिले।

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