भारतीय मुद्रा में नोटों पर महात्मा गांधी का मुस्कुराता हुआ चेहरा होता है। लेकिन क्या आपको पता है कि कैसे महात्मा गांधी की तस्वीर इन नोटों पर आई।

आपको बता दें कि हमारे "राष्ट्रपिता" और एक "महान व्यक्तित्व" महात्मा गांधी की तस्वीर का उपयोग करने के पीछे इसकी काफी आश्चर्यजनक कहानी है।

खैर, 1987 से पहले जारी किए गए भारतीय मुद्रा नोटों में वास्तव में अशोक स्तंभ वॉटरमार्क का चित्र था। लेकिन वास्तव में महात्मा गांधी श्रृंखला के बैंक नोट भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा वर्ष 1996 में जारी किए गए थे और इस प्रकार तब से इसमें गांधी के वॉटरमार्क के साथ-साथ पोर्ट्रेट भी है।

लेकिन फिर सवाल; हमारे भारत के करेंसी नोटों पर गांधी की मुस्कुराती हुई तस्वीर को कैसे चुना गया। वास्तविक मुस्कुराती हुई तस्वीर तब ली गई थी जब महात्मा गांधी एक बार लॉर्ड फ्रेडरिक पेथिक लॉरेंस के बगल में खड़े थे।


भारत के करेंसी नोटों पर गांधी जी का चेहरा
यह तस्वीर स्पष्ट रूप से दिखाती है कि उस समय महात्मा गांधी वास्तव में मुस्कान देकर किसी की ओर देख रहे थे। खैर, किसी को यह स्वीकार करना चाहिए कि यह वास्तव में अच्छा आया (विंक!) और इसलिए यह सटीक छवि भारत के मुद्रा नोटों पर चेहरा बन गई। अगर आप देखें; गांधी की मुस्कुराती हुई तस्वीर को काट-छाँट कर चालाकी से लिया गया है।

भारत के करेंसी नोटों पर गांधी जी का चेहरा
यह परफेक्ट स्माइलिंग शॉट 1946 में एक अनजान फोटोग्राफर ने खींचा था। यदि आप सोच रहे हैं कि इसे कहाँ ले जाया गया है तो बता दें कि इसे पूर्व वायसराय हाउस में लिया गया था जिसे अब राष्ट्रपति भवन के नाम से जाना जाता है।

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