स्वस्थ रहने के लिए अच्छी डाइट के साथ-साथ अच्छी नींद भी बहुत जरूरी है। लेकिन अच्छी नींद के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है। वह लगातार बिस्तर पर करवट बदलता है। ध्यान रखें कि अच्छी नींद आपके शरीर के लिए बहुत जरूरी है। आपकी दिनचर्या यानि जीवनशैली वास्तव में अच्छी नींद लेने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

विशेषज्ञों का मानना ​​है कि पेट, पीठ या बाजू के बल सोने से खर्राटे के साथ-साथ स्लीप एपनिया के लक्षण और पीठ दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही अगर आप गलत पोजीशन में सोते हैं तो आपको नींद में खलल, बढ़ा हुआ तनाव और खराब सर्कुलेशन का भी सामना करना पड़ सकता है। इस बारे में जानकारों का कहना है कि नींद की कमी से हमारे इम्यून सिस्टम और मेटाबॉलिज्म पर बुरा असर पड़ता है। हालांकि, अब सवाल यह उठता है कि हमें किस पोजीशन में सोना चाहिए। बहरहाल, आइए हम आपको इसके बारे में भी बताते हैं।

आपको बता दें कि पीठ के बल सोना सबसे आम नींद की स्थिति है। इस पोजीशन में सोने से आपकी रीढ़ की हड्डी अपनी प्राकृतिक स्थिति में रहती है। इसके साथ ही आपको गर्दन, पीठ और कंधे में दर्द जैसी गंभीर समस्याओं का भी सामना नहीं करना पड़ता है। ध्यान दें कि कई अध्ययनों से पता चलता है कि ज्यादातर उम्रदराज लोग करवट लेकर सोते हैं। क्योंकि इस पोजीशन को सबसे आरामदायक माना जाता है। यह व्यक्ति सहज महसूस करता है। इस पोजीशन में आपकी रीढ़ सीधी रहती है। शोध के अनुसार हमें पेट या छाती के बल नहीं सोना चाहिए। यह बहुत खतरनाक साबित हो सकता है। इस पोजीशन में सोने से हमारे फेफड़ों और चेस्ट कैविटी पर काफी दबाव पड़ता है। इससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है

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