Utility news : कृषि, ग्रामीण श्रमिकों के लिए खुदरा महंगाई जुलाई में बढ़ी
खुदरा मुद्रास्फीति कृषि और ग्रामीण कर्मचारियों के लिए जुलाई में बढ़कर क्रमश: 6.60 और 6.82 प्रतिशत हो गई, जो मुख्य रूप से खाद्य कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप थी। बता दे की, जून में कृषि और ग्रामीण कर्मचारियों ने खुदरा मुद्रास्फीति का अनुभव क्रमश: 6.43 प्रतिशत और 6.76 प्रतिशत किया। जुलाई 2022 में क्रमशः 6.60 प्रतिशत और 6.82 प्रतिशत की बिंदु-दर-बिंदु मुद्रास्फीति दर दिखाई। जून 2022 में 6.43 प्रतिशत और 6.76 प्रतिशत और इसी महीने (जुलाई 2021) में क्रमशः 3.92 प्रतिशत और 4.09 प्रतिशत से ऊपर।
बता दे की, जुलाई 2022 में खाद्य मुद्रास्फीति क्रमशः 5.38 प्रतिशत और 5.44 प्रतिशत थी, जून 2022 में यह 5.09 प्रतिशत और 5.16 प्रतिशत थी और पिछले वर्ष के इसी महीने में 2.66 प्रतिशत और 2.74 प्रतिशत थी। जुलाई 2022 के लिए कृषि और ग्रामीण मजदूरों की संबंधित अखिल भारतीय उपभोक्ता मूल्य सूचकांक संख्या क्रमशः 6 अंक बढ़कर 1131 और 1143 अंक हो गई।
आपकी जानकारी के लिए बता दे की, चावल, गेहूं-आटा, बाजरा, दालें, दूध, ताजी मछली, प्याज, हरी और सूखी मिर्च, अदरक, मिश्रित मसाले, सब्जियां और फल, तैयार चाय आदि की कीमतों में वृद्धि ने वृद्धि में महत्वपूर्ण योगदान दिया। खेतिहर मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों के सामान्य सूचकांक में क्रमश: 4.41 और 4.07 अंक की वृद्धि हुई। प्रत्येक राज्य में सूचकांक अलग-अलग बढ़ा। 20 राज्यों में कृषि मजदूरों के लिए 1 से 13 अंक की वृद्धि हुई। तमिलनाडु के 1301 अंक थे, जबकि हिमाचल प्रदेश के 890 अंक थे।