Palmistry: हथेली पर ये दो ऊँचे स्थान बदल सकते हैं भाग्य, बनी रहती है लक्ष्मी की कृपा
हाथों की रेखाओं से व्यक्ति के बारे में बहुत कुछ जाना जा सकता है। हस्तरेखा विज्ञान के माध्यम से व्यक्ति के व्यवहार, करियर और भविष्य की भविष्यवाणी की जा सकती है। हमारे हाथ की रेखाओं में ऐसे कई योग और चिन्ह होते हैं, जो हमारे जीवन में घटने वाली घटनाओं से जुड़े होते हैं। हस्तरेखा शास्त्र में इन बातों का उल्लेख है। व्यक्ति के हाथ की रेखा उसके व्यक्तित्व से जुड़े कई रहस्यों को उजागर करती है। इससे पता चलता है कि वह व्यक्ति कितना भाग्यशाली और अमीर बन सकता है। जानिए हाथ की रेखाओं से किसी व्यक्ति के स्वभाव की पहचान कैसे करें।
हस्तरेखा शास्त्र के अनुसार हथेली में शुक्र और बृहस्पति का उदय होना बहुत शुभ माना जाता है। जिन लोगों की हथेली में ये दोनों पर्वत होते हैं वे बहुत भाग्यशाली होते हैं। इनका जीवन बहुत ही सुखी होता है। ऐसे लोगों पर मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहती है। यह मंदिर शुक्र और बृहस्पति पर्वतों के बीच स्थित है। कहा जाता है कि यह स्थान जितना गहरा होता है व्यक्ति का भाग्य उतना ही अच्छा होता है।
शुक्र पर्वत कहाँ है -
शास्त्र के अनुसार शुक्र पर्वत मणिबंध के ऊपर और अंगूठे के नीचे है। शुक्र की गहराई इस बात की ओर इशारा करती है कि जातक सुख के लिए अधिक प्रयास कर रहा है। ऐसे लोगों के जीवन में धन की कमी नहीं होती है। ऐसे लोग खूबसूरती की ओर जल्दी आकर्षित हो जाते हैं। शुक्र पर्वत पर त्रिकोणीय चिन्ह शुभ माना जाता है। ऐसे लोगों पर हमेशा देवताओं की कृपा बनी रहती है। इनके जीवन में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है।
गुरु पर्वत कहाँ है?
तर्जनी के पास का क्षेत्र गुरु पर्वत कहलाता है। गुरु पर्वत जितना पवित्र और गहरा होता है, व्यक्ति का जीवन उतना ही अधिक भाग्यशाली होता है। ऐसे व्यक्ति अपने लक्ष्य से पीछे नहीं हटते। उन्हें जीवन में जल्दी सफलता मिलती है। ये लोग दूसरों की मदद के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। गुरु पर्वत पर विशेष चिन्ह होना शुभ होता है। यदि गुरु पर्वत पर क्रॉस का चिन्ह हो तो उसके जीवन में हमेशा प्रेम बना रहता है।