कोरोनावायरस को फैलने से रोकना है तो पीड़ित में लक्षणों की जल्द से जल्द पहचान करके उसका उपचार किया जाए। वैज्ञानिकों ने कोविड-19 की जांच करने के लिए लैपटॉप के साइज की एक ऐसी किट तैयार की है जो महज़ 15 मिनट में ही कोविड-19 पॉजिटिव का पता लगाएगी। इस मशीन से अत्यंत संक्रामक वैरिएन्ट का भी पता लगाया जा सकता है। कोरोना वायरस की जांच करने वाले इस डिवाइज को साल्क इंस्टीट्यूट फोर बायोलोजिकल स्टडीज, कैलिफोर्निया ने विकसित किया है। अगर समय पर कोरोना पीड़ित की पहचान हो जाए तो जल्द ही इस वायरस पर अंकुश लगाया जा सकता है। इस मशीन से ना सिर्फ कोरोनावायरस का पता लगाया जा सकता है, बल्कि अन्य वायरस जैसे इन्फ्लूएंजा का भी पता लगाया जा सकता है।

निर्वाणा (NIRVANA) टेस्ट के जरिए आप चंद मिनटों में वायरस का पता लगा सकते है। ये मशीन वायरस के म्यूटेशन को स्पष्ट करने के लिए मात्र तीन घंटे में जेनेटिक सिक्वेंसिंग का भी काम कर सकती है। वायरस कितनी तेजी से फैल रहा है इस मशीन से जल्द से जल्द पता लगाया जा सकता है।

यह इस वायरस का पता लगाने और उसकी निगरानी करने के लिए सस्ती और अच्छी मशीन है जिसके लिए महंगे बुनियादी ढांचे की आवश्यकता नहीं है। जुआन कार्लोस इज़िपिसुआ बेलमोन्टे, सह-संबंधित लेखक और साल्क के जीन एक्सप्रेशन प्रयोगशाला में प्रोफेसर कहते हैं कि हम एक ही पोर्टेबल टेस्ट से उसी काम को पूरा कर सकते हैं जिसको करने के लिए दो या तीन विभिन्न टेस्ट और मशीनों का इस्तेमाल होता है। वर्तमान में कोविड-19 मरीजों की टेस्टिंग के लिए पोलीमरेज चेन रिएक्शन (पीसीआर) टेस्ट की प्रक्रिया शामिल होती है। पीसीआर टेस्ट को उच्च मानक का टेस्ट समझा जाता है जो वायरस के जेनेटिक मैटेरियल की तलाश करता है।

पोर्टेबल टेस्ट का स्कूल, एयरपोर्ट पर हो सकेगा इस्तेमाल

वैज्ञानिकों का कहना है कि इस टेस्ट किट से मात्र 15 मिनट में निगेटिव या पॉजिटिव की रिपोर्ट का खुलासा हो सकता है। मशीन की टेस्टिंग के नतीजे को मेड पत्रिका में प्रकाशित किया गया है। सऊदी अरब में किंग अब्दुल्लाह साइंस एंड टेक्नोलॉजी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर मो ली ने कहा हमें जल्द ही एहसास हो गया है कि हम इस तकनीक का इस्तेमाल न सिर्फ सार्स-कोव-2 का पता लगाने में कर सकते हैं बल्कि यह किट एक ही वक्त में अन्य वायरस की भी पहचान कर सकती हैं।

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