जानिए कहां पर रखी है रामचरित्रमानस की असली कॉपी, 90% भारतीयों को नहीं है मालूम
लाइफस्टाइल डेस्क। दोस्तों भारत में लगभग सभी धर्मों के लोग निवास करते हैं इस कारण भारत को एक धर्मनिरपेक्ष देश भी माना जाता है। हम आपको बता दें कि भारत में सबसे ज्यादा हिंदू धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। दोस्तों हिंदू धर्म में कई पवित्र ग्रंथ है, जिनमें राम चरित्र मानस भी एक है। दोस्तों यह बात तो लगभग सभी लोगों को भली-भांति पता है कि रामचरित मानस को तुलसीदास ने लिखा था, जिसमें भगवान राम की पूरी जीवनी लिखी हुई है। दोस्तों वैसे तो वर्तमान में आपको राम चरित्र मानस किताब कई भी मिल जाएगी, लेकिन आज हम आपको इसकी असली प्रति के बारे में बताने जा रहे हैं। दोस्तों जानकारी के लिए हम आपको बता दें कि तुलसीदास द्वारा लिखी रामचरितमानस की असली प्रति आज भी वाराणसी के श्री तुलसी मानस मंदिर में रखी हुई है। गौरतलब है कि तुलसीदास ने रामचरित्र मानस को साल 1631 में लिखना शुरू किया था और करीब 2 साल 7 माह 21 दिन बाद साल 1633 में राम विवाह वाली तिथि पर पूरा किया था।