जानिए क्या है ग्रीन लाइट थेरेपी और कैसे होता है इस थेरेपी से सालों पुराना दर्द भी दूर
आज की दुनिया में अधिकतर लोग किसी न किसी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या से ग्रस्त है। दर्द और इससे जुड़ी समस्याओं के चलते अपने कामों को कर न पाना, चीजों में हिस्सा ने ले पाना ये सब चीजें भी हमारे साथ होने लगती हैं।लेकिन दिक्कत तो तब बढ़ जाती है जब एक दर्द किसी को सालों तक परेशान कर सकता है।
इस आर्टिकल में हम आपको इस थेरेपी के बारे में बताने जा रहे हैं जिससे सालों पुराने दर्द को भी आसानी से दूर किया जा सकता है, आइये जाने
एक शोध में सामने आया है कि ग्रीन लाइट थेरेपी के जरिए सालों पुराने दर्द को भी कम या दूर किया जा सकता है।
जानिए क्या है फरीन लाइट थेरेपी
आजकल ग्रीन लाइट थेरेपी काफी पॉपुलर हो रही है।खास बात है कि इस थेरेपी का कोई साइड इफेक्ट सामने नहीं आया है।इसके एक्सपेरिमेंट की बात करें, तो इसमें दो हफ्तों तक लोगों पर इसका शोध किया गया है।इसमें लोगों को रोज 4-4 घंटे के लिए अलग-अलग रंगों जैसे लाल, हरा और काले रंग के चश्मे पहनने के लिए दिए गए। रिसर्च में सामने आया कि हरा रंग के कारण लोगों में दर्द की चिंता कम हो गई।
इस थेरेपी में मरीज या दर्द से परेशान व्यक्ति को ग्रीन लाइट वाले रूम में समय बिताने की सलाह दी जाती है।
शोधकर्ताओं ने हरी रोशनी की ओर से मिलने वाले फायदे के बारे में बताया है।उनके मुताबिक हरी रोशनी तंत्रिकाओं के रास्ते हमारी आंखों से ब्रेन तक जाती है। इनमें से कुछ दर्द को कम करने का काम करती हैं।आंख का मेलानोप्सिन एसिड जो दिमाग को दर्द पर काबू करने का सिग्नल भेजता है, वह इस एक्सरसाइज में ट्रिगर हो जाता है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका में 5 करोड़ से ज्यादा लोग किसी न किसी स्वास्थ्य संबंधी समस्या के चलते दर्द या तकलीफ को झेलते हैं।इसके लिए एक्यूपंचर, मसाज या दवा से इलाज ढूंढा जाता है, लेकिन जरूरी नहीं है कि ये तरीके कारगर साबित हों।कई बार तो लोगों को दवाओं की लत तक लग जाती है।
एक शोध सामने आया है, जो बताता है कि ग्रीन लाइट थेरेपी के जरिए दर्द को दूर करने में मदद मिलती है।