हम सब इस बात से अवगत हैं जीवन चक्र दुख और सुख का मिश्रण हैं, इंसान अपने जीवन में इनका अनुभव करता हैं, ऐसे में अगर हम बात करें बुरे वक्त की तो इसमें इंसान को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता हैं, जिनको वहन करने से इंसान को विचलित होता हैं, ऐसे में अगर हम बात करें भगवद गीता की तो यह हमें सिखाती है कि जो व्यक्ति सुख और कठिनाई दोनों को समभाव से सहन कर सकता है, उसका मन स्थिर होता है और वह सच्ची मानवता का प्रतीक होता है।

Google

अगर हम बात करें बुरे वक्त की तो इसके किसी के जीवन में आगमन से पहले भगवान इसके संकेत देता हैं, जिन्हें नजरअंदाज नही करना चाहिए, आइए जानते हैं इनके बारे में-

1. शरीर के अंगों का फड़कना

महिलाएँ: शरीर के दाहिने हिस्से का फड़कना।

पुरुष: शरीर के बाएं हिस्से का फड़कना।

Google

इस तरह का फड़कना आसन्न दुर्भाग्य का संकेत हो सकता है। अनिश्चितता के इन समयों के दौरान मंदिर जाना और दैवीय सुरक्षा की प्रार्थना करना उचित है।

2. छिपकली का व्यवहार

शुभ: छिपकलियों का नकारात्मक व्यवहार के बिना दिखना।

अशुभ: जब छिपकलियाँ लड़ती हुई और फिर गायब होती हुई दिखाई देती हैं, तो यह संकेत देता है कि चुनौतीपूर्ण समय आ सकता है। ए

3. पानी के सपने

सपने भविष्य की घटनाओं के बारे में संकेत दे सकते हैं। जहाँ आग का सपना देखना एक सकारात्मक शगुन के रूप में देखा जाता है, वहीं पानी से जुड़े सपने आने वाली कठिनाइयों का संकेत दे सकते हैं।

Google

4. सपने में महिला देखना

सकारात्मक सपना: सपने में गाय देखना अक्सर दैवीय आशीर्वाद का प्रतीक होता है।

नकारात्मक सपना: महिला को देखना यह संकेत दे सकता है कि आपको आगे बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

5. सपने में काली बिल्ली

हिंदू धर्म में, सपने में काली बिल्ली का दिखना अपशकुन माना जाता है। अगर आपको काली बिल्ली घूरती हुई दिखाई दे, तो यह आसन्न दुर्भाग्य का प्रतीक है।

Related News