आखिर इस 'कीमती पत्थर' को पाने के लिए क्यों अमेरिका-चीन है बेताब, एक टुकड़ा कर सकता है मालामाल, जानें क्या है इसमें खास
कई लोगों को कीमती और खास पत्थर इक्क्ठा करने का बहुत शौक होता है। कई ऐसे पत्थर है जो लाखों में बिकते हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसे पत्थर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसकी कीमत धरती पर मौजूद किसी भी धातु से ज्यादा है! आपके मन में ये सवाल जरूर आ रहा होगा कि इस पत्थर में आखिर ऐसा खास क्या है इसी के बारे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं।
दरअसल हम मून गोल्ड के बारे में बताने जा रहे हैं। मून गोल्ड वो पत्थर है जो चाँद की सतह से लाए गए हैं। इनमें सोने के कण के अलावा कई बेशकीमती धातु होते हैं, जिसकी वजह से इसकी इतनी ज्यादा कीमत है। लेकिन जानकारों ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि इनमें सोना और प्लैटिनम के अलावा और कौन कौन सी धातु मौजूद है? लेकिन ये कहा जा रहा है कि इनमें नॉन-रेडियोएक्टिव हीलियम 3 मौजूद हो सकता है, जिससे न्यूक्लियर रिएक्टर्स को मदद मिलेगी।
इस पत्थर को लेकर हो रहा है दो देशो के बीच मुकाबला
14 दिसंबर 1972 को नासा के एस्ट्रॉनॉट यूजीने केर्नन (Eugene Cernan) ने अपोलो 17 लूनर मॉड्यूल (Apollo 17 Lunar Module) से कदम बाहर रखक सबसे पहले चांद की सतह से एक पत्थर उठाया था , उसके बाद पृथ्वी पर ऐसे कई पत्थर आ चुके हैं।
वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि इन पत्थरों के नीचे सोना और प्लैटिनम जैसी कीमती धातू का भंडार है। इसी कारण से इसकी कीमत काफी अधिक है। इस कीमती पत्थर के उत्खनन को लेकर अमेरिका और चीन के बीच मुकाबला हो रहा है। वे ज्यादा से ज्यादा मून गोल्ड को धरती पर लाने की कोशिश कर रहे हैं।
विशेषज्ञों के मुताबिक, विश्वभर की महाशक्तियों की योजना चांद पर जीवन की शुरुआत करने और यहाँ पर बस्ती बसाने की है। इसी को देखते हुए चीन ने लंबी अवधि की योजना पर काम करते हुए अपना चंद्रमा उत्खनन कार्यक्रम शुरू किया है। उसकी कोशिश वर्ष 2036 तक चंद्रमा पर एक स्थायी ठिकाना बनाने की है।