सरकार ने 80,000 रेलवे कर्मचारियों के वेतन में बढ़ोतरी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष वीके त्रिपाठी ने ईटी नाउ को बताया कि अधिसूचना जारी होने के बाद भारतीय रेलवे के सभी योग्य कर्मचारी 2500-4,000 रुपये के बीच बढ़ोतरी की उम्मीद कर सकते हैं।

त्रिपाठी ने कहा कि बढ़ोतरी के परिणामस्वरूप कोई अतिरिक्त वित्तीय बोझ नहीं पड़ेग। उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से खर्च कम कर रहा है; जो बिना किसी अतिरिक्त वित्तीय बोझ के कर्मचारियों को बढ़ोतरी करने की अनुमति देगा।

बढ़ोतरी से नौकरी में ठहराव का सामना कर रहे कर्मचारियों को ग्रुप ए अधिकारियों के बराबर वेतन मिल सकेगा। एक बार अधिसूचित किए जाने के बाद प्रस्ताव, 80,000 पर्यवेक्षी स्तर के कर्मचारियों को उच्च वेतन ग्रेड प्राप्त करने के योग्य बना देगा।

केंद्रीय रेल मंत्री अहविनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि यह प्रावधान लेवल -7 में सुपरवाइजरी कैडर के ठहराव और उनकी पदोन्नति की नगण्य गुंजाइश के मुद्दे को संबोधित करेगा।

इस कदम से कम से कम 40,000 'फील्ड लेवल वर्कर्स' जैसे स्टेशन मास्टर, टिकट चेकर्स, ट्रैफिक इंस्पेक्टर और अन्य लोगों को लाभ होने की उम्मीद है, जो वर्तमान में सुपरवाइजर ग्रेड में हैं।

मंत्री ने कहा कि पे ग्रेड में बढ़ोतरी का मतलब है कि सभी को 2500 रुपये से 4000 रुपये वेतन वृद्धि मिलेगी।

वैष्णव ने आगे कहा कि इस कदम पर 10,000 रुपये खर्च होंगे, लेकिन डीजल पर खर्च से बचत के रूप में इसका हिसाब रखा गया है।

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