Health Tips : नींद की कमी से हैं परेशान तो करें चंद्र नमस्कार
1 जून को हर साल 'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस' के रूप में मनाया जाता है। 2014 में इसकी शुरुआत हुई थी और साथ ही संयुक्त राष्ट्र महासभा ने आधिकारिक तौर पर इसकी घोषणा की थी। इसका मकसद हर आम और खास लोगों में योग के बारे में जागरुकता पैदा करना है. हम आज आपको उस योग के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे करने से नींद अच्छी आती है और अनिद्रा की समस्या दूर हो जाती है।
योग की मदद से आप नींद की कमी को दूर कर सकते हैं। जिसके लिए आपको एक खास तरीका अपनाना होगा। हम सभी ने 'सूर्य नमस्कार' के बारे में तो सुना ही होगा, मगर 'चंद्र नमस्कार' के बारे में तो आप जानते ही होंगे। यह आसन तन और मन को काफी राहत देता है। क्या आपको पता है इसे कैसे किया जाता है?
चंद्र नमस्कार की विधि- आपकी जानकारी के लिए बता दे की, सबसे पहले जमीन पर चटाई बिछाकर खड़े हो जाएं और अपने हाथों को चंद्रमा की ओर देखते हुए प्रणाम की मुद्रा में छाती के सामने रखें। इसके बाद आप सांस खींचते हुए हाथों को खोलकर आगे से पीछे की ओर ले जाएं, इसी क्रम में आकाश की ओर देखें। अब हाथों को सांस से बाहर निकालने के लिए धरती को छूने की कोशिश करें और सिर को जितना हो सके घुटने के पास ले जाएं। इसके बाद बाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं और अब दाएं घुटने को आगे की ओर ले जाएं। अब आप नमस्कार की मुद्रा में हाथों को पीछे की ओर ले जाएं, ठुड्डी को ऊपर उठाएं और शरीर को खींचते हुए हाथों को ऊपर उठाएं और सांस अंदर लें और फिर सांस छोड़ते हुए अपने दोनों हाथों को नीचे लाएं और दाहिने पैर को पीछे खींचते हुए पुरानी स्थिति में लौट आएं। फिर शरीर के मध्य भाग को ऊपर की ओर ले जाएं और फिर नीचे की ओर रूक जाएं।
इसके बाद हाथों, पैरों, घुटनों, सिर और छाती, सभी अंगों को जमीन से स्पर्श करें और कुछ देर इसी स्थिति में रहें। अब सांस खींचते हुए और छाती को ऊपर उठाते हुए हाथों को सीधा करने की कोशिश करें और आसमान की तरफ देखें। इसके बाद सांस छोड़ते हुए एडिया को जमीन से लगाएं और हाथ को शरीर के बीच में उठाएं और सिर को नीचे की ओर रखें, फिर ठुड्डी को गले से लगाएं। सांस खींचते हुए बाएं पैर और दोनों हाथों को बीच में लाएं। अब कमर को नीचे रखें और गर्दन को पीछे ले जाएं। जिसके बाद एक बार फिर हाथों को अभिवादन मुद्रा में छाती के सामने लाएं और फिर पीछे की ओर ले जाएं, ठुड्डी को ऊपर उठाएं और हाथों को आकाश की ओर खींचते हुए पीठ और सिर को पीछे ले जाएं।
अब हाथ को पीछे से सामने की ओर झुकाएं। फिर जमीन को छूने की कोशिश करें और सिर को घुटने की ओर ले जाएं, फिर हाथों को सामने की ओर खोलकर सांसों को अंदर की ओर खींचते हुए पीछे की ओर ले जाएं। अब आकाश की ओर देखो, अपनी पीठ फेरते हुए। अंत में हाथों को छाती के सामने नमस्कार मुद्रा में चंद्रमा की ओर ले जाएं।