इस्कॉन के संस्थापक और हरे कृष्ण भक्ति आंदोलन के प्रवर्तक माने जाने वाले श्री भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपाद जी की 125 वीं जयंती के अवसर पर, पीएम नरेंद्र मोदी ने 125 रुपये का एक विशेष स्मारक सिक्का जारी किया।

स्वामीजी ने अब तक 100 से अधिक मंदिरों की स्थापना की है और दुनिया को भक्ति योग का मार्ग सिखाया है। इसके साथ ही उन्होंने कई किताबें भी लिखीं। इस्कॉन ने वैदिक साहित्य के प्रसार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। पीएम द्वारा जारी 125 रुपये के सिक्के की बात करें तो यह दिखने में आकर्षक है। इसमें राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ के साथ-साथ एक तरफ 125 रुपये छपे हुए हैं। सिक्के के दूसरी तरफ स्वामी प्रभुपाद की तस्वीर बनी हुई है।

कई अवसरों पर स्मारक सिक्के जारी किए गए।

इस तरह के स्मारक सिक्के अतीत में भी जारी किए गए हैं। इस साल की शुरुआत में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर सरकार ने 125 रुपये का सिक्का जारी किया था। सरकार समय-समय पर स्मृति चिन्ह के रूप में ऐसे सिक्के जारी करती रहती है।

ये स्मारक सिक्के कैसे बनाए जाते हैं?

महापुरुषों की स्मृति में जारी किए गए ये सिक्के सामान्य सिक्कों की तरह हैं। लेकिन किसी खास दिन जारी होने के कारण इनकी कीमत अन्य सिक्कों से ज्यादा होती है। लोग रिजर्व बैंक द्वारा तय कीमत पर सिक्के खरीद सकते हैं।

सिक्के कहाँ और कैसे खरीद सकते हैं?

अगर आप सिक्के खरीदना चाहते हैं तो इसे बुक किया जा सकता है। मुंबई और कोलकाता में आरबीआई के टकसाल कार्यालय ऐसे विशेष सिक्के और स्मारक सिक्के जारी करते हैं। ये सिक्योरिटीज प्रिंटिंग एंड करेंसी मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के अंतर्गत आते हैं।

इन सिक्कों को खरीदने के लिए निगम की वेबसाइट (https://www.spmcil.com/Interface/Home.aspx) अप्लाई करें। इसके लिए रजिस्ट्रेशन जरूरी है। मेमोरी कॉइन के लिए केवल पंजीकृत ग्राहक ही आवेदन कर सकते हैं। ऐसे सिक्के पाने के लिए आरबीआई की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन भी कराया जा सकता है।

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