Health Tips- क्या सर्दियों में दहीं खाना चाहिए या नहीं, आइए जानते हैं आयुर्वेद क्या कहता है
सर्दियों के महीनों के दौरान दही का सेवन करना चाहिए या नहीं, इस दुविधा ने स्वास्थ्य के प्रति जागरूक लोगों के बीच अलग-अलग राय पैदा कर रखी हैं, जबकि कुछ का तर्क है कि यह ठंड की संवेदनशीलता को बढ़ाता है, अन्य इसके स्वास्थ्य गुणों की प्रशंसा करते हैं। ऐसे में आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि सर्दियों में दहीं खाना चाहिए या नहीं
डॉक्टर सर्दियों के दौरान दही की पौष्टिकता का हवाला देते हुए इसके सेवन की वकालत करते हैं। प्रोटीन, कैल्शियम, विटामिन बी12, जिंक और प्रोबायोटिक्स से भरपूर दही मौसमी बीमारियों के खिलाफ शरीर को मजबूत बनाता है।
दही के फायदे:
उन्नत पाचन: प्रोबायोटिक्स आंत संतुलन को बढ़ावा देते हैं, सुचारू पाचन की सुविधा प्रदान करते हैं और कब्ज और अपच जैसी सर्दियों की बीमारियों से बचाते हैं।
प्रतिरक्षा बूस्टर: विटामिन सी और जिंक से भरपूर, दही प्रतिरक्षा लचीलापन बढ़ाता है, जो सर्दियों में संक्रमण के बढ़ते जोखिम के दौरान महत्वपूर्ण है।
हड्डियों का स्वास्थ्य: कैल्शियम और विटामिन डी से भरपूर, दही हड्डियों के घनत्व को बढ़ाता है, जो सर्दी से होने वाली कमज़ोरियों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण ढाल है।
आयुर्वेदिक परिप्रेक्ष्य:
आयुर्वेद दही को एक स्वास्थ्य अमृत के रूप में समर्थन देता है, इसके पाचन, प्रतिरक्षा-बढ़ाने और हड्डियों को मजबूत करने वाले गुणों की सराहना करता है। हालाँकि, रात में सेवन के प्रति सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, जो पाचन में बाधा डाल सकता है और गैस्ट्रिक संकट पैदा कर सकता है।