दोस्तो इस बार गर्मी ने लोगो की हालत खराब कर दी हैं, खासकर उत्तर भारत में जहां के कई इलाकों में जहां पारा 45 डिग्री से उपर चला गया था, लेकिन राहत की बात यह हैं कि देश में मानसून ने दस्तक दे दी हैं और गर्मी में राहत प्रदान की हैं, जैसे दिल्ली, गाजियाबाद और लखनऊ समेत कई शहरों में हल्की बारिश होने लगी है। लेकिन इन बारिशों की शुरुआत ने कई बीमारियों के खतरे को बढ़ा दिया है, जिनमें पाचन संबंधी परेशानियों से लेकर त्वचा संबंधी बीमारियों तक की समस्याएँ उत्पन्न हो जाती हैं, आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि प्री मानसून में कैसे अपना ख्याल रखें-

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  1. हरी पत्तेदार सब्जियों से बचें

मानसून के मौसम में हरी पत्तेदार सब्जियों से दूर रहने की सलाह दी जाती हैं। मानसून से पहले इन सब्जियों में संदूषण और कीड़ों की उपस्थिति का कारण बन सकती है, जिससे बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

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2. स्ट्रीट फ़ूड से दूर रहें

बरसात के मौसम में स्ट्रीट फ़ूड बैक्टीरिया, गंदगी और प्रदूषण के लिए एक प्रजनन स्थल बन जाता है। ये दूषित पदार्थ हैजा, उल्टी और दस्त जैसी बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

3. तले हुए खाद्य पदार्थों को सीमित करें

मानसून से पहले, हमारा पाचन तंत्र धीमा हो जाता है, जिससे भारी खाद्य पदार्थों को पचाना मुश्किल हो जाता है। तले हुए खाद्य पदार्थों का सेवन करने से पेट दर्द, कब्ज और एसिडिटी जैसी समस्याएँ बढ़ सकती हैं।

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4. डेयरी उत्पादों से सावधान रहें

मानसून से पहले हवा में नमी बढ़ने से दूध, दही, छाछ और पनीर जैसे डेयरी उत्पाद जल्दी खराब हो सकते हैं। इन उत्पादों को खाने से पहले अच्छी तरह से जाँचने की सलाह देते हैं। दूध को हमेशा पीने से पहले अच्छी तरह उबालें, कच्चा पनीर खाने से बचें और दही जमने के एक से दो दिन के भीतर उसका उपयोग कर लें।

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