आज हम अपने कामकाज में इतने व्यस्त हो गए हैं कि अपनी जीवनशैली और खान पान खराब कर लेते हैं, जिसकी वजह से कई तरह की स्वास्थ्य परेशानियां उत्पन्न होती हैं, जिनका अगर समय पर इलाज नहीं किया जाए तो परेशानी का सबब बन सकता हैं, ऐसी ही एक परेशानी हैं बार बार पेशाब आना, जो ना केवल आपकी दिनचर्या को प्रभावित करती हैं, बल्कि कभी कभार शर्मिंदिगी का कारण भी बन सकते हैं, मूत्राशय, मूत्रमार्ग, गर्भाशय, योनि और गुदा को सहारा देने वाली मांसपेशियाँ आपस में जुड़ी होती हैं, इसलिए इन मांसपेशियों में कोई भी समस्या पेशाब की आवृत्ति और नियंत्रण को प्रभावित कर सकती है, आइए जानते हैं इसके उपाय-

Gogole

अनार का पेस्ट: अनार का पेस्ट मूत्राशय की गर्मी को कम करने में मदद कर सकता है। अनार के छिलकों से पेस्ट तैयार करें और इसे दिन में दो बार पानी के साथ सेवन करें।

कुल्थी चना: कैल्शियम, आयरन और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर कुल्थी चना मूत्राशय के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है। हर सुबह गुड़ के साथ थोड़ी मात्रा में कुल्थी चना खाएँ।

Google

तिल: एंटीऑक्सीडेंट, खनिज और विटामिन से भरपूर कुल्थी चना मूत्राशय के स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा होता है। इन्हें गुड़ या अजवाइन के साथ अपने आहार में शामिल करें।

शहद और तुलसी: सुबह की ऊर्जा के लिए, 3-4 तुलसी के पत्तों को एक चम्मच शहद के साथ मिलाकर खाली पेट सेवन करें।

Google

दही: दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स मूत्राशय में हानिकारक बैक्टीरिया के विकास को रोक सकते हैं, जिससे मूत्राशय का समग्र स्वास्थ्य बेहतर होता है।

हाइड्रेशन: शरीर को हाइड्रेट रखने और किडनी से अशुद्धियों को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त पानी पीना बहुत ज़रूरी है। प्रतिदिन लगभग 3 लीटर पानी पीने का लक्ष्य रखें।

विटामिन सी: विटामिन सी का सेवन बढ़ाने से मूत्र की अम्लता बढ़ सकती है, जिससे ऐसा वातावरण बन सकता है जहाँ बैक्टीरिया पनपने के लिए संघर्ष करते हैं।

Related News