Health Care Tips: अपने गुस्से को कंट्रोल करने के लिए अपने रुटीन में शामिल करें माइंडफूलनेस मेडिटेशन !
इंटरनेट डेस्क. हैल्थ एक्सपर्ट द्वारा तनाव को दूर करने के लिए मेडिटेशन की सलाह दी जाती है। आपको बता दें कि मेडिटेशन करने से हमारा शरीर और हमारा दिमाग दोनों ही शांत होते हैं। वर्तमान समय की भागदौड़ भरी जिंदगी में लगभग हर व्यक्ति तनाव का शिकार होता है। कई बार बाहर जाने मूवी देखने और अपनी पसंद के कई कार्य करने पर भी हमें चिंताओं से मुक्ति नहीं मिल पाती। यदि आप भी इस समस्या से परेशान हैं. तो आपको कुछ समय अपने खुद के साथ बिताना चाहिए इसके लिए आप अपने डेली रूटीन में माइंडफुलनेस मेडिटेशन को शामिल कर सकते हैं. यह आपके लिए बहुत ही फायदेमंद है. इसको अपने रूटीन में शामिल करने से आपको अपने गुस्से को कंट्रोल करने में बहुत मदद मिलेगी आइए जानते हैं. इसके बारे में विस्तार से -
* क्या होता है माइंडफुलनेस मेडिटेशन :
इस लेख के माध्यम से आपको बताते हैं की माइंडफूलनेस मेडिटेशन एक मानसिक ट्रेनिंग का अभ्यास होता है। इस मैडिटेशन को आप अपने रुटीन में शामिल कर के दिमाग में चल रहे विचारों को धीमा करने के साथ-साथ हमारे दिमाग में आने वाले नकारात्मक ऊर्जा को बाहर करने में मदद मिलती है। इस मैडिटेशन को करने से हमारे शरीर को कई तरह के लाभ मिलते हैं आइए जानते हैं इन फायदे के बारे में।
* गुस्से को कंट्रोल करने में मिलती है मदद :
अपने रूटीन में माइंडफूलनेस मेडिटेशन को शामिल करने के कई सारे तरीके हैं। इसको अपने रुटीन में शामिल करने से आपको अपने गुस्से पर काबू पाने में मदद मिलती है इसलिए जब आपको गुस्सा आता है तो आप अपनी आंखें बंद करके गहरी सांस लें। और इसी के साथ अपना पूरा ध्यान खुद पर केंद्रित करें। इस प्रक्रिया को लगातार 5 मिनट तक करें। ऐसा करने से आपको आनंद और शांति का एहसास होगा। इस मैडिटेशन को करने से आपका फोकस भी बढ़ता है और आपको तनाव और चिंताओं से छुटकारा मिलता है।
* अच्छी नींद आने में मिलती है मदद :
माइंडफूलनेस मेडिटेशन को अपने रुटीन में शामिल करने से आपको बेहतर नींद मिलती है। इतना ही नहीं इस मैडिटेशन से आपमें दूसरों को समझने की क्षमता का भी विकास होता है।
* केसे करें माइंडफूलनेस मेडिटेशन :
माइंडफूलनेस मेडिटेशन करने के लिए आप एक ऐसी जगह का चुनाव करें जहां पर शांति और सूरज की रोशनी दोनों ही मौजूद हो इसको करने के लिए आप सुबह का समय चुन सकते हैं। इस मैडिटेशन करने के लिए आप सबसे पहले अपनी आंखें बंद करें और अपना पूरा ध्यान अपनी सांसो पर केंद्रित करने की कोशिश करें। जितनी भी बार आपकी सास अंदर और बाहर आ रही है उनको मैसेज करें इस दौरान आपका एक हाथ पेट पर रखें और जब साथ ले तो पेट बाहर की तरफ जाए और जब सांस छोड़ें तो पेट अंदर की तरफ जाना चाहिए इस प्रक्रिया को लगभग 10 से 15 मिनट तक करते रहे।