थायरॉयड ग्रंथि सांस नली के ऊपर और स्वर यंत्र के नीचे तितली के आकार की होती है. जब इस ग्रंथि में गड़बड़ी आती है, तो थायरॉयड हार्मोन का उत्पादन कम या ज्यादा हो जाता है. इससे शरीर में कई तरह की समस्याएं जैसे वजन बढ़ना या कम होना, याद्दाश्त कमजोर होना, पीरियड्स असंतुलन, जोड़ों में दर्द, त्वचा में रूखापन आदि. थायरॉयड हार्मोन की इस गड़बड़ी को लोग थायरॉयड डिजीज (Thyroid Disease) के नाम से जानते हैं। इस ग्रंथि को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि ये शरीर में थायरॉयड हार्मोन्स के उत्पादन के लिए जिम्मेदार मानी जाती है. ये बीमारी आजकल की खराब लाइफस्टाइल का नतीजा है. आमतौर पर इस बीमारी को लाइलाज माना जाता है. लेकिन आयुर्वेद विशेषज्ञों की मानें तो अगर अपनी जीवनशैली को नियंत्रित करके कुछ उपायों को अपनाया जाए तो थायरॉयड की समस्या खत्म हो सकती है. इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे ऐसी कुछ चीजों के बारे में जिनका सेवन थायरॉयड की परेशानी को कम करने में मदद करता है। आइए जानते है इन चीजों के बारे में -

1. लौकी का जूस का करें सेवन :

लौकी के जूस से शरीर को तमाम पोषक तत्व मिलते हैं, थॉयरॉयड नियंत्रित होता है और एक्स्ट्रा वजन कम होता है। कहा जाता है कि अगर रोजाना सुबह खाली पेट लौकी का जूस ​पीया जाए तो भी थायरॉयड की समस्या नियंत्रित हो सकती है।

2. जीरा को करें डाइट में शामिल :

थायरॉयड के रोगी रात में जीरा को पानी में भिगोएं. सुबह इस पानी को छानें और खाली पेट जीरे को चबाकर इसका पानी पी जाएं. इससे थायरॉयड हार्मोन नियंत्रित होने के साथ मोटापा भी कम होता है. हर घर की रसोई में पाया जाने केवल आपके खाने को ही स्वादिष्ट नहीं ​बनाता है, बल्कि थायरॉयड की परेशानी को भी दूर करने में मददगार माना जाता है।

3. जलकुंभी का करे सेवन :

थायरॉयड और घेंघा जैसी बीमारी के लिए जलकुंभी को रामबाण इलाज माना जाता है. इसमें थायरॉयड हार्मोन को नियंत्रित करने के गुण होते हैं. ज्यादातर थायरॉयड के ​इलाज के लिए जलकुंभी की भस्म का इस्तेमाल किया जाता है. इसका स्वाद मीठा और हल्का तीखा होता है. इसके अलावा जलकुंभी के जूस को भी पीया जा सकता है।

4. सहजन को करें डाइट में शामिल :

थायरॉयड के मरीजों के लिए सहजन को भी काफी लाभकारी माना जाता है. आप सहजन की पत्तियों और इसके डंठलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। कई बार सेलेनियम की कमी से थायरॉयड रोग हो जाता है. सहजन में पर्याप्त मात्रा में सेलेनियम होता है जो शरीर में इस कमी को दूर करता है और थायरॉयड को नियंत्रित करता है।

5. अश्वगंधा चूर्ण का करें सेवन :

रोजाना गाय के गुनगुने दूध के साथ अश्वगंधा चूर्ण लेने से भी थायरॉयड की परेशानी दूर हो सकती है. ये शरीर में हार्मोनल असंतुलन को ठीक करने के लिए काफी लाभकारी माना जाता है. आप चाहें तो इसकी पत्तियों या जड़ को पानी में उबालकर भी ले सकते हैं।

Related News