Health Care Tips: मोटापा बढ़ने के साथ-साथ होने लगती है यह बीमारियां इस तरह करें इनसे बचाव !
वर्तमान समय में लोगों में मोटापे की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। मोटापा बढ़ने का मुख्य कारण खराब लाइफस्टाइल और खानपान की गलत आदतें है। शरीर में मोटापा बढ़ने के साथ-साथ दिल से जुड़ी बीमारियां भी बढ़ रही है। बच्चों में कम उम्र में ही वजन बढ़ने की समस्या देखी जा रही है इससे बच्चों में डायबिटीज की समस्या का खतरा बढ़ रहा है। मोटापे की वजह से कैंसर और आर्थराइटिस तक की समस्या हो सकती है।
वर्तमान समय में लोगों में फिजिकल एक्टिविटी कम होती जा रही है और खानपान पर भी कंट्रोल नहीं है जिसकी वजह से मोटापे की समस्या लगातार बढ़ती जा रही है। लोगों की स्थिति यह हो गई है कि मोटापे को कम करने के लिए लोग कई तरह की सर्जरी तक करवाने लगे हैं जिसमें लाखों रुपए खर्च आ रहा है। लेकिन कई मामले ऐसे भी है जिसमें फायदा नहीं मिल रहा है और युवाओं और बच्चों में ओबेसिटी की समस्या तेजी से बढ़ती जा रही है।
* बढ़ रही है बच्चों में यह बीमारी :
पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि लोगों में जंक फूड खाने का चलन काफी ज्यादा बढ़ता जा रहा है जिसकी वजह से बच्चों में मोटापा बढ़ता जा रहा है इससे कम उम्र में ही डायबिटीज की समस्या का शिकार होते जा रहे हैं बच्चों में बढ़ता वजन कई प्रकार की बीमारियों को पैदा करता है। टाइप टू डायबिटीज की वजह से बच्चों में लिवर और किडनी पर भी प्रभाव पड़ता है। इसकी वजह से कई बार बच्चों को कम उम्र में ही कई सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
* हो सकता है लिवर में इन्फेक्शन :
मोटापे की वजह लोगों में नॉन एल्कोहलिक फैटी लीवर की समस्या होने लगती है जिसकी वजह से लिवर के फंक्शन प्रभावित होने लगते हैं और पाचन संबंधित कई समस्याएं होने लगती है जिसकी वजह से बच्चों का पूर्ण रूप से विकास नहीं हो पाता और कई मामलों में मोटापे की वजह से दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा काफी बढ़ जाता है। जंक फूड और फास्ट फूड की वजह से शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने लगता है और दिल से जुड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
* इस तरह करें मोटापे की समस्या को कंट्रोल :
1. बच्चों को फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करें।
2. जंक फूड और फास्ट फूड के सेवन से दूर रहे।
3. प्रतिदिन नियमित रूप से कम से कम आधा एक घंटा एक्सरसाइज जरूर करें।
4. डॉक्टरों की सलाह के बिना किसी भी तरह की दवाई का सेवन ना करें।
5. डाइट में फैट की मात्रा कम रखें और विटामिन व प्रोटीन की मात्रा अधिक ले।